अंबाला। वार्ड स्तर पर फैले अंधकार को दूर करने की योजना पर ग्रहण लग गया है। वर्क ऑर्डर जारी होने के एक माह बाद भी नगर परिषद में 1300 नई स्ट्रीट लाइटें नहीं पहुंची। जबकि विभागीय अधिकारी एक ही राग अलाप रहे हैं कि जल्द ही लाइटें आ जाएंगी, क्योंकि सरकार ने इसके लिए दो कंपनियों का निर्धारित किया है।
बावजूद इसके मामले में सिर्फ खानापूर्ति ही हो रही है जबकि लोग गली-मोहल्ले के अंधेरे को दूर करने के लिए लगातार नगर परिषद कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं।
नप के 32 वार्डों में लगनी हैं लाइटें
नगर परिषद के सभी 32 वार्डों में उजियारा करने के लिए 1300 नई स्ट्रीट लाइटों का आर्य आदेश पिछले माह दिया गया था। लेकिन इसके बाद यह प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई। इस योजना के तहत वार्ड स्तर पर एक पार्षद को 50 लाइटें उपलब्ध कराई जानी थी। अब पार्षद भी नई स्ट्रीट लाइटों की जानकारी लेने के लिए संबंधित अधिकारी से रोजाना मंत्रणा कर रहे हैं।
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नगर परिषद की कोई भी योजना कभी भी समय पर सिरे नहीं चढ़ती। कभी यह योजनाएं फाइलों में दम तोड़ देती हैं तो कभी कार्य आदेशों में। नई स्ट्रीट लाइटों के मामले में भी ऐसा ही हो रहा है।
शुभम।
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छावनी में जितनी तेजी से विकास कार्याें का लेखा-जोखा तैयार होता है, वो सही समय पर धरातल पर नहीं उतर पाती। पिछले महीने कार्य आदेश जारी करने के बाद भी नई स्ट्रीट लाइटें नहीं आई हैं।
तनवीर सिंह।
वर्जन
संबंधित विभाग से जानकारी ली गई थी कि नई स्ट्रीट लाइटें कब आएंगी। अभी भी वो एक सप्ताह का समय बोल रहे हैं। अगर जल्द ही स्ट्रीट लाइटें नहीं आती तो फिर मुख्यालय स्तर पर मंत्रणा करके इस समस्या का समाधान करवाया जाएगा।
स्वर्ण कौर, अध्यक्ष, नगर परिषद सदर।
नन्हेडा मार्केट में लगी स्ट्रीट लाइट। संवाद

नन्हेडा मार्केट में लगी स्ट्रीट लाइट। संवाद