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शंभू बॉर्डर पर पुलिस द्वारा मोर्चे के ऊपर लगाए लोहे के जाल को दिखाता किसान। स्वयं
अंबाला। खनौरी के बाद अब शंभू मोर्चे पर किसान अनशन करेंगे। इस दौरान न तो लंगर आएगा और न ही चूल्हा जलाया जाएगा। बुधवार को किसान नेताओं ने यह फैसला लिया।
इससे पहले मंगलवार को खनौरी बॉर्डर पर चूल्हा नहीं जलाया गया था। शंभू बॉर्डर पर दो बार किसानों और पुलिस के बीच संघर्ष देखने को मिला है। दो दिन से संघर्ष शांत है तो पुलिस को भी अपनी बैरिकेडिंग मजबूत करने का समय मिल गया है। किसान बैरिकेडिंग पर पड़ी टीन की छत से होकर आगे न बढ़ जाएं इसके लिए अब पुलिस ने लोहे की एंगल लगाई हैं। इसके लिए भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के प्रवक्ता तेजवीर सिंह ने एक वीडियो भी शंभू बॉर्डर से जारी की। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि विश्व मानवाधिकार दिवस पर विश्वभर में मानवाधिकार की बात की जा रही है। मगर शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले, रबर बुलेट चलाकर मानवाधिकार का हनन किया जा रहा है। इसको पूरी दुनिया ने देखा है। 11 दिसंबर को किसान मजदूर मोर्चे और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के लिए प्रार्थना की जाएगी। इसकी वीडियो भी साझा की जाएगी। वहीं 14 दिसंबर को दिल्ली फिर से कूच किया जाएगा। वहीं 13 दिसंबर को सभी लाेगों से शंभू मोर्चे पर पहुंचने की अपील की गई है। इस दिन मोर्चे को 10 महीने पूरे हो रहे हैं। किसान नेता तेजवीर ने आराेप लगाया कि बीकेयू शहीद भगत सिंह का सोशल मीडिया पेज बंद कर दिया है।
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