अंबाला सिटी। जिलेभर के 1213 आंगनबाड़ी केंद्र से हेल्पर और वर्कर उपायुक्त कार्यालय में शुक्रवार सुबह मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगी। अध्यक्षता जिला प्रधान व राज्य महासचिव अनुपमा करेंगी। अनुपमा ने बताया कि पिछले काफी समय से आंगनबाड़ी हेल्पर व वर्कर की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। जिससे आंगनबाड़ी हेल्पर व वर्कर को कार्य करने में परेशानी हो रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम ज्ञापन दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के अंतर्गत आंगनबाड़ी वर्कर फार्म भरकर सुपरवाइजर को देती थी। सुपरवाइजर इस योजना का लाभ लाभार्थी को देने के लिए आगामी कार्रवाई करती थी, मगर अब यह फार्म आंगनबाड़ी वर्कर को भरने करने के लिए कहा जा रहा है। आंगनबाड़ी वर्कर की मांग है कि इसके लिए सरकार उनको मोबाइल व सिम उपलब्ध करवाएं।
सरकार ने पिछले साल जिले में कई आंगनबाड़ी केंद्रों को प्लेवे बनाया था। इस सत्र में शिक्षा विभाग ने बाल वाटिका शुरू कर दिया। जिससे आंगनबाड़ी केंद्र से बच्चों को स्कूल में ले गए। आंगनबाड़ी केंद्र के प्लेवे और बाल वाटिका दोनों में 3 से 6 आयु वर्ग के बच्चे लेने हैं। उनकी मांग है कि सरकार स्पष्ट करे कि कौन से बच्चे कहां जाएंगे।
2021 में मुख्यमंत्री से यूनियन की बैठक हुई थी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि हर साल सितंबर में महंगाई भत्ता देंगे। 2021 में महंगाई भत्ता दे दिया, मगर 2022 का भत्ता नहीं दिया। गैस सिलेंडर का 15 साल पुराना 350 रुपये रेट दिया जा रहा है। इसका वर्तमान भाव दिया जाए।
आंगनबाड़ी वर्करों को पदोन्नति के बाद सुपरवाइजर बनाया जाना था, डेढ़ साल से सरकार ने यह वायदा पूरा नहीं किया गया।
10 वर्ष का अनुभव होने वाली 10वीं पढ़ी हेल्पर को पदोन्नति के बाद वर्कर बनाना था। 10 वर्ष पूरे होते हैं तो उसकी आयु निकल जाती है, इसलिए आयु सीमा खत्म की जाए।
आयुष्मान योजना में वर्कर व हेल्पर को जोड़ा जाए। स्टेशनरी, वर्दी के पैसे, बैठक के लिए पैसे दिए जाएं।
आंगनबाड़ी केंद्र में वर्कर व हेल्पर के खाली हुए पद तीन साल से नहीं भरे गए। यह पद भरे जाएं।
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