[ad_1]
देवीराम, प्रधान टांसपोर्ट एसोसिएशन अंबाला।
– फोटो : संजीव, ट्रांसपोर्टर।
अंबाला। यातायात के साधन का इस्तेमाल कर सामान को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने का काम ट्रांसपोर्टर्स करते हैं। अंबाला में ट्रांसपोर्टर्स की संख्या 500 के करीब हैं। इन ट्रांसपोर्टर्स के पास आठ से 10 हजार ट्रक हैं। इन ट्रकों के माध्यम से यह ट्रांसपोर्टर्स देश के कोने कोने पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर, यूपी व अन्य राज्यों में सामान पहुंचाने का काम करते हैं।
पिछले कुछ दिनों से ट्रांसपोर्टर्स को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें पंजाब शंभू सीमा पर धरने पर बैठे किसान हो या फिर टोल टैक्स के बढ़ते रेट, टायर के रेट बढ़ने और गाड़ी का बीमा महंगा होना इसका मुख्य कारण है।
फोटो: 2
टायर हुए महंगे, हो रही मुश्किल
ट्रांसपोर्टर संजीव का कहना है कि बजट के बाद से ट्रक के टायर के दाम बढ़ गए हैं, ट्रक के टायर का जोड़ा 3 हजार रुपए महंगा हो गया है। ट्रक में 12 टायर होते है और एक ट्रक के पहिये दस महीने तक चलते है उन्हें एक साल बाद पहिए बदलने पड़ते है। इस कारण से उनका टायर का 36 हजार रुपए का खर्चा बढ़ गया है। वहीं सभी टायर ढाई लाख रुपये के आते हैं। पहले गाड़ी का बीमा 60 हजार रुपये में होता था आज के समय में वहीं बीमा 63 हजार रुपये में हो रहा है।
फोटो: 1
25 किलोमीटर का सफर 80 किलोमीटर तक पहुंचा
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अंबाला के प्रधान देवीराम का कहना है कि शंभू सीमा बंद होने के कारण 60 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर बढ़ गया है। राजपुरा जाने के लिए पहले जीरकपुर, बनूड़ होकर राजपुरा जाना पड़ रहा है। अंबाला से राजपुरा 25 किलोमीटर के करीब है। अब 80 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है। इस तरह से 20 लीटर अतिरिक्त डीजल लग रहा है जिसके कारण दो हजार रुपये का खर्चा बढ़ गया है। इसके अलावा पंजाब के लिए कई बार वाया पंचकूला होकर जा रहे है। जिससे 100 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर करना पड़ रहा है। तीन चार साल पहले मुंबई आने जाने का खर्चा 15 से 18 हजार रुपए आता था लेकिन अब 25 हजार रुपए का खर्चा आ रहा है जो बहुत ज्यादा है किराया वही है बढ़ाया नहीं है।
[ad_2]
Source link