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अंबाला। अंबाला कैंट रेलवे रोड पर बाल भवन के एक कमरे में चल रहे ओपन शेल्टर होम के लिए अब जगह की कमी खलने लगी है। इसके लिए चाइल्ड वेलफेयर ऑफिसर की तरफ से रेलवे अथॉरिटी को एक प्रस्ताव बनाकर भेजा है कि सीएसआर के तहत रेलवे स्टेशन के पास ही कोई बिल्डिंग उपलब्ध कराए।
दरअसल, रेलवे स्टेशन से ही ज्यादा नाबालिग लावारिस हालत में मिलते हैं। इसको लेकर रेलवे स्टेशन के पास ही कोई बिल्डिंग मिल जाए तो उसे कलरफुल बनाया जाएगा ताकि कोई लावारिस मिलने वाला बच्चा इसमें रह सके। बाकायदा बिल्डिंग में इंडोर खेलों का एक कमरा हो, रसोई, काउंसलिंग के रूम बनाया जा सके।
अक्सर होता है कि पहले ही बच्चा अपनों से बिछड़ कर आया होता है। ऐसे में वह डरा सहमा होता है। बाद में चाइल्ड लाइन की प्रक्रिया के तहत सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश कर उसे ओपन शेल्टर होम में क्षरण दे दी जाती है। मौजूदा ओपन शेल्टर होम रेलवे स्टेशन के पास बाल भवन के एक कमरे में चल रहा है। ऐसे में बच्चा सामान्य बिल्डिंग व कमरे में डरा हुआ महसूस करता है।
ऐसे में उनकी विचारधारा को बदलने के लिए यह प्रस्ताव बनाकर विभाग ने भेजा है। ताकि बाहर से ही कलरफुल बिल्डिंंग देखकर उसे अच्छा लगे। वह भागने की न सोचे। पत्र में जल्द ही रेलवे अधिकारियों से इस प्रस्ताव को लेकर मीटिंग करने के लिए समय भी मांगा जा रहा है।
नए भवन से भागने वालों पर लगेगी रोक
छावनी में रेलवे रोड स्थित बाल भवन के एक कमरे में चल रहे ओपन शेल्टर होम से चार दिन पहले भी एक नाबालिग ग्रिल तोड़कर भाग गया। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर मिले नाबालिग को काउंसिलिंग के बाद सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश कर ओपन शेल्टर होम में छोड़ा था। एक रात भी नहीं रुका कि नाबालिग ग्रिल तोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और नाबालिग की तलाश की जा रही है। इस तरह से मामलों पर भी रोक लगेगी।
वर्जन
रेलवे अथॉरिटी को 24 जुलाई को पत्र लिखा था कि रेलवे स्टेशन के आसपास की कोई बिल्डिंग उपलब्ध करवा दें ताकि उसे कलरफुल बनाकर कई सुविधाएं दी जाए। अब उनके जवाब का इंतजार है।
विश्वास मलिक, चाइल्ड वेलफेयर ऑफिसर अंबाला।
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