Ambala: रोमानिया से आए युवक का शव लेकर परिजनों ने जाम किया हाईवे, पुलिस ने लाठियां बरसाकर खुलवाया


प्रदर्शन करते परिजन।

प्रदर्शन करते परिजन।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी।

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अंबाला में गृहमंत्री अनिल विज आवास के बाहर विदेश से युवक का शव लेकर पहुंचे परिजनों ने अंबाला-दिल्ली हाईवे जाम कर दिया। करीब 15 मिनट तक जाम लगाकर परिजनों ने रोष जताया। जब प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के समझाने पर भी जाम नहीं खोला तो पुलिस ने लाठियां बरसाकर जाम खुलवाया। इसमें एक परिजन गंभीर रूप से घायल हुआ। उसे नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया। 

मृतक गुरविंदर के भाई संजीव ने बताया कि गुरविंदर को एजेंटों ने इटली भेजा था लेकिन बीच रास्ते उसकी मौत हो गई। संजीव की शिकायत पर तीन एजेंटों के खिलाफ 4 अक्तूबर को शाहबाद थाने में केस दर्ज करवाया गया था। गुरविंदर के शाहबाद निवासी भाई संजीव कुमार, चाचा राम सिंह, बलबीर सिंह और अन्य ने बताया कि गुरविंदर को एजेंट गांव गौरसियो निवासी प्रिंस, बलकार व बिट्टू ने 10 जुलाई को इटली भेजा था, जिसकी एवज में 15 लाख रुपये लिए थे।

गुरविंदर को खेतों व जंगलों के रास्ते से निकाल रहे थे। जबकि पैसे देकर सेफ रास्ते से भेजने की बात हुई थी। परिजनों ने बताया कि 22 जुलाई तक गुरविंदर सर्बिया में था। एजेंटों के पैसे के लेनदेन के कारण उसे प्रताड़ित किया जा रहा था। जब फोन पर बात हुई तो एजेंटों ने उन्हें समाधान करने का आश्वासन दिया। एजेंटों ने बाद में बताया कि उनका भाई जेल में है और उसे फोन न करें। 29 सितंबर को अपने स्तर पर सोशल मीडिया के जरिए पता चला कि गुरविंदर का शव 24 जुलाई को रोमानिया के खेतों में मिला। रोमानिया में इंडिया एम्बेसी से संपर्क किया और डीएनए के पुष्टि की गई। परिजनों का आरोप है कि दो आरोपी अभी गिरफ्त से बाहर चल रहे हैं, जबकि एक आरोपी को जेल में भेज दिया गया। संजीव व अन्य का कहना है कि आरोपियों को पुलिस जल्द गिरफ्तार करे।

करीब चार माह बाद रोमानिया से सुबह दिल्ली शव आया तो परिजन शव लेकर सीधा अंबाला गृहमंत्री अनिल विज के निवास पर पहुंचे। परिजन अभी मंत्री विज की कॉलोनी के बाहर सर्विस लेन पर शव जमीन पर रख कर रोष जता रहे हैं। परिजनों ने बताया कि उनके बेटे को एजेंटों ने इटली भेजना था, लेकिन शव रोमानिया के खेतों में मिला था।

 

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अंबाला में गृहमंत्री अनिल विज आवास के बाहर विदेश से युवक का शव लेकर पहुंचे परिजनों ने अंबाला-दिल्ली हाईवे जाम कर दिया। करीब 15 मिनट तक जाम लगाकर परिजनों ने रोष जताया। जब प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के समझाने पर भी जाम नहीं खोला तो पुलिस ने लाठियां बरसाकर जाम खुलवाया। इसमें एक परिजन गंभीर रूप से घायल हुआ। उसे नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया। 

मृतक गुरविंदर के भाई संजीव ने बताया कि गुरविंदर को एजेंटों ने इटली भेजा था लेकिन बीच रास्ते उसकी मौत हो गई। संजीव की शिकायत पर तीन एजेंटों के खिलाफ 4 अक्तूबर को शाहबाद थाने में केस दर्ज करवाया गया था। गुरविंदर के शाहबाद निवासी भाई संजीव कुमार, चाचा राम सिंह, बलबीर सिंह और अन्य ने बताया कि गुरविंदर को एजेंट गांव गौरसियो निवासी प्रिंस, बलकार व बिट्टू ने 10 जुलाई को इटली भेजा था, जिसकी एवज में 15 लाख रुपये लिए थे।


गुरविंदर को खेतों व जंगलों के रास्ते से निकाल रहे थे। जबकि पैसे देकर सेफ रास्ते से भेजने की बात हुई थी। परिजनों ने बताया कि 22 जुलाई तक गुरविंदर सर्बिया में था। एजेंटों के पैसे के लेनदेन के कारण उसे प्रताड़ित किया जा रहा था। जब फोन पर बात हुई तो एजेंटों ने उन्हें समाधान करने का आश्वासन दिया। एजेंटों ने बाद में बताया कि उनका भाई जेल में है और उसे फोन न करें। 29 सितंबर को अपने स्तर पर सोशल मीडिया के जरिए पता चला कि गुरविंदर का शव 24 जुलाई को रोमानिया के खेतों में मिला। रोमानिया में इंडिया एम्बेसी से संपर्क किया और डीएनए के पुष्टि की गई। परिजनों का आरोप है कि दो आरोपी अभी गिरफ्त से बाहर चल रहे हैं, जबकि एक आरोपी को जेल में भेज दिया गया। संजीव व अन्य का कहना है कि आरोपियों को पुलिस जल्द गिरफ्तार करे।

करीब चार माह बाद रोमानिया से सुबह दिल्ली शव आया तो परिजन शव लेकर सीधा अंबाला गृहमंत्री अनिल विज के निवास पर पहुंचे। परिजन अभी मंत्री विज की कॉलोनी के बाहर सर्विस लेन पर शव जमीन पर रख कर रोष जता रहे हैं। परिजनों ने बताया कि उनके बेटे को एजेंटों ने इटली भेजना था, लेकिन शव रोमानिया के खेतों में मिला था।

 

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