in

Ambala: ब्रिटिश सेना में रहते हुए छज्जूराम ने अंग्रेजों के खिलाफ बुलंद की थी आवाज, मजदूरों के लिए उठाई थी आवाज Latest Haryana News

[ad_1]

सतनाम सिंह, अंबाला सिटी (हरियाणा)
Published by: नवीन दलाल

Updated Wed, 14 Aug 2024 02:32 PM IST

आजादी की लड़ाई में सुभाष चंद बोस का महत्वपूर्ण योगदान है। इस दौरान 1943 में छज्जूराम ब्रिटिश फौज में सिपाही के तौर पर भर्ती हुए थे। ड्यूटी के दौरान सुभाष चंद बोस के विचारों को सुनकर वे काफी प्रभावित हुए और स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े।


Ambala Chhajju Ram raised his voice against British While serving in British Army

स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय छज्जू राम
– फोटो : संवाद

Trending Videos



विस्तार


अंबाला के दानीपुर गांव के स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय छज्जू राम ने ब्रिटिश सेना में रहते हुए अंग्रेजों के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। सुभाष चंद बोस के विचारों से प्रभावित होकर उन्होंने रेजीमेंट में अंग्रेज अफसरों के आदेश मानने से इंकार कर दिया था। साथ ही इंकलाब-जिंदाबाद और अंग्रेजों भारत छोड़ो के नारे लगाए थे।

Trending Videos

इसके बाद उन्हें सेना से बर्खास्त कर घोड़े के पीछे बांधकर घसीटा गया। कठोर अत्याचार के बाद उन्हें जेल में डाल दिया गया, जहां उनकी मुलाकात चौधरी देवीलाल से हुई। जेल से रिहा होने के बाद छज्जू राम ने चौधरी देवी लाल के साथ न सिर्फ स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लिया, बल्कि आजादी के बाद भी किसानों और मजदूरों के लिए आवाज उठाई।

आजादी की लड़ाई में सुभाष चंद बोस का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ 1942 में आजाद हिंद फौज का गठन कर स्वतंत्रता आंदोलन में जान फूंक दी थी। इस दौरान 1943 में छज्जूराम ब्रिटिश फौज में सिपाही के तौर पर भर्ती हुए थे। ड्यूटी के दौरान सुभाष चंद बोस के विचारों को सुनकर वे काफी प्रभावित हुए और स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े।

[ad_2]

Source link

Bhiwani News: दो दिन में डेढ़ सौ रजिस्ट्री, 50 चालक लाइसेंस, 35 आरसी पंजीकरण अटके Latest Haryana News

Mahendragarh-Narnaul News: विद्यार्थियों को टाइपिंग, अनुवाद व कई स्किल सीखने के लिए प्रेरित किया Latest Haryana News