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दादरी के बौंद कलां में दिल्ली सीएम के ससुराल वालों का पैतृक मकान और शपथ लेतीं रेखा गुप्ता।
दिल्ली की नई सीएम बनीं रेखा गुप्ता का हरियाणा के जींद के अलावा चरखी दादरी से भी एक खास कनेक्शन है। इसी जिले के बौंद गांव में रेखा का ससुराल है। जैसे ही यहां के लोगों को पता लगा कि उनके गांव की बहू राजधानी की मुखिया बन गई है वैसे ही यहां पर भी जश्न शु
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रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता का स्पेयर पार्ट्स का बिजनेस हैं और मूल रूप से बौंद के रहने वाले हैं। बौंद गांव के ग्रामीण बताते हैं कि रेखा गुप्ता के पति के परदादा सहित अन्य परिजन कारोबार के लिए दिल्ली शिफ्ट हो गए थे। उनका पैतृक मकान खंडहर बन चुका है।
रिश्ते में रेखा गुप्ता के देवर लगने वाले हंसराज गुप्ता ने बताया उन्हें काफी खुशी है कि उनकी भाभी दिल्ली की सीएम बनी हैं। उन्होंने बताया कि करीब 35 पहले रेखा गुप्ता के परिवार के लोग गांव आए थे।

रेखा गुप्ता के दिल्ली CM बनने के बाद बौंद गांव में मिठाई बांटी गई।
कारोबार सही चला तो दिल्ली में ही बस गए साल 1998 में रेखा और मनीष की शादी दिल्ली में हुई थी। दोनों के ही परिवार दिल्ली में बस चुके थे इसलिए गांव में उनका आना जाना काफी कम था। रेखा के पति मनीष गुप्ता के एक करीबी की माने तो उनके दादा साधुराम बौंद से बिजनेस के लिए लगभग 50 साल पहले दिल्ली आए थे, यहां पर उनका कारोबार सही चला और फिर तभी से पूरा परिवार दिल्ली में रह रहा है।
पहले वे लोग दिल्ली के खारी बावली क्षेत्र में रह रहे थे। लेकिन अब करीब 30 सालों से शालीमार बाग के एपी ब्लॉक में रहते हैं।

1998 में रेखा गुप्ता की शादी बिजनेसमैन मनीष गुप्ता के साथ हुई थी।
हालांकि बौंद में आज भी उनके परिवार के दूसरे लोग रह रहे हैं। रेखा गुप्ता की बेटी का नाम हर्षिता और बेटे का नाम निकुंज है। हर्षिता पिता की तरह बिजनेस में सक्रिय हैं। वहीं बेटा दिल्ली में ही है।

दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ती की पति मनीष, बेटे निकुंज और बेटी हर्षिता के साथ तस्वीर।
गांव में रहता है आना-जाना परिवार के सदस्यों का गांव में आना-जाना रहता है और कई साल पहले गांव में परिवार के लोगों से मिलकर गये थे। अब ससुराल के परिजन रेखा गुप्ता से दिल्ली में मुलाकात करने जाएंगे व गांव में कार्यक्रम करके बहू को सम्मानित करेंगे।
रेखा गुप्ता के दादा जुलाना में रहते थे रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हुआ था। उनके दादा मनीराम और परिवार के लोग हरियाणा में जींद जिला के जुलाना में रहते थे। उनके पिता जयभगवान बैंक ऑफ इंडिया में काम करते थे। साल 1972-73 में वह मैनेजर बने तो उनका ट्रांसफर दिल्ली हो गया। इसके बाद उनका परिवार दिल्ली आ गया। इस वजह से रेखा की स्कूल की पढ़ाई से लेकर कॉलेज की पढ़ाई दिल्ली में हुई। उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई के बाद कुछ समय तक वकालत भी की।

RSS से जुड़ीं, 2 बार विधायक चुनाव हारीं छात्र जीवन से ही रेखा राजनीति में सक्रिय हो गई थीं। वह कॉलेज टाइम से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ी हैं। रेखा के पति मनीष स्पेयर पार्ट का बिजनेस करते हैं। रेखा ने इससे पहले भी दो बार विधानसभा चुनाव लड़ा। पहली बार वे 11 हजार वोटों से हारीं तो पिछली बार AAP की वंदना से 4500 वोटों से हार गईं थीं।
इस बार वंदना को उन्होंने बड़े वोटों के अंतर से हराकर इतिहास रच दिया। इस बार शालीमार बाग सीट से AAP की वंदना को 38605 वोट मिले तो रेखा गुप्ता को 68200 वोट मिले। 50 साल की रेखा गुप्ता जिंदल दिल्ली की नौवीं CM बन गई हैं।
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‘देसां म्ह देस हरियाणा, जित दूध-दही का खाणा’ कहावत वाले इस छोटे से स्टेट ने नई दिल्ली को तीसरा सीएम दे दिया है। देश की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का परिवार हरियाणा में जींद जिले से संबंध रखता है। इससे पहले सुषमा स्वराज और अरविंद केजरीवाल का नाता भी हरियाणा से रहा है। पूरी खबर पढ़ें…
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दादरी की बहू हैं दिल्ली की CM रेखा गुप्ता: पैतृक मकान हो चुका खंडहर, बिजनेस के लिए राजधानी शिफ्ट हुआ था परिवार – Charkhi dadri News