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जितेंद्र बेनीवाल, फरीदाबाद: बारिश के मौसम में अक्सर लोगों को बाहर की चटपटी और गरम चीजें खाने की इच्छा होती है. इन दिनों बाजार में भुट्टा बिकने लगा है. भुट्टा एक मौसमी फसल है. बारिश के मौसम में यानी जून-जुलाई के महीने से भुट्टे बाजार में नजर आने लगते हैं. आपको जगह-जगह भुट्टे के ठेले देखने को मिल जाएंगे. बारिश के मौसम में चटपटी चीजें खाने की इच्छा सबकी होती है. ऐसे में नींबू व नमक लगा गरमा-गरम भुट्टा इन दिनों लोगों पसंद बना हुआ है. शहर ही नहीं, गांव के बाजार भी इन दिनों भुट्टे की महक से गुलजार हैं.
भुट्टा बेचने वाले रामचरण ने बताया कि फरीदाबाद के गांव नगला मोटूका में 10 साल से सीजन के अनुसार भुट्टा बेचने का काम कर रहे हैं. जमुना पार से मक्का लाते हैं, फिर यहां पर बेचने का काम करते हैं. क्योंकि, वर्षा के मौसम में भुट्टे की मजेदार मिठास और गर्मी में उसके स्वाद की यादें हर किसी को बहुत पसंद होती हैं. यह एक प्रकृति की देन है, जिसे लोग खुले आकाश के नीचे बारिश के मौसम में खाने का आनंद लेते हैं.
भुने भुट्टे की कीमत 10 रुपये
आगे उन्होंने बताया कि 10 के हिसाब से एक भुट्टा पहले कोयले की आग पर भुना जाता है. फिर उस पर नमक नींबू लगाया जाता है. ताकि, उसका स्वाद चटपटा हो जाए. 1 दिन में एक बोरी मक्का यह बेच देते हैं. वहीं रामचरण ने आगे बताया कि हम बुजुर्ग लोग हैं, भुट्टा बेचकर गुजारा कर रहे हैं.
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