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फाेटो नंबर-05मोटर द्वारा बेसमेंट से निकाला जा रहा पानी।
नारनौल। क्षेत्र में भूजल स्तर सामान्य से काफी नीचे हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों के दौरान भूजल स्तर में काफी सुधार देखने को मिला है। क्षेत्र में इस साल मानसून अब तक सामान्य बना हुआ है। लगातार हो रही बरसात के चलते क्षेत्र में भूजल स्तर में बढ़ोतरी हुई है। जो कुएं सूखे हुए थे या जिनमें पानी की मात्रा काफी कम थी, उनमें पानी का स्तर बढ़ा है। वहीं आवासीय क्षेत्र में बने बेसमेंट में पानी भरने से लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है।
सिंचाई के उद्देश्य से खेतों में करवाए गए बोर या कुओं में पानी नहीं था या काफी गहराई तक बोर करवाने के बाद पानी बहुत कम मात्रा में था। बारिश के मौसम में भूजल स्तर में बढ़ोतरी होने से बोर और कुओं में पानी का स्तर बढ़ा है। यह किसानों के लिए फायदेमंद है। वहीं भूजल स्तर बढ़ने से शहर में सिंघाना रोड, रेवाड़ी रोड, हुड्डा सेक्टर सहित आवासीय क्षेत्र में बने बेसमेंट में भी तीन से चार फीट तक पानी भर गया है। बेसमेंट में जमा पानी को बाहर निकालने के लिए लोग दिन-रात मोटर चलाए रखने को मजबूर हैं, क्योंकि बेसमेंट में पानी का स्तर बढ़ने से भवन को नुकसान पहुंचने की संभावना बनी रहती है।
रामकरण दास मंदिर के कुएं में 20 फीट तक ऊपर आया जलस्तर
रामकरण दास कॉलोनी में महात्मा रामकरण दास मंदिर परिसर में स्थित कुएं के जलस्तर में करीब 20 फूट तक बढ़ोतरी दर्ज की गई हैं। स्थानीय लोगों का कहना हैं कि पांच से छ साल पहले कुएं का जलस्तर काफी नीचे चला गया था, जिसमें साल दर साल सुधार होता गया। लोगों का कहना हैं कि दो महीने पहले गर्मियों के दिनों में कुएं में पानी मुंडेर से करीब 40 फीट नीचे था, लेकिन लगातार बारिश से कुएं में पानी मुंडेर से करीब 20 फीट नीचे है।
बेसमेंट में जलभराव को रोकने का हर प्रयास नाकाम
घरों, दुकानों और कॉम्प्लेक्स में बने बेसमेंट में बरसात के दौरान जलभराव को रोकने के लिए लोग भरसक प्रयास कर रहें हैं। लोगों ने जलभराव को रोकने के लिए बेसमेंट की दीवार के चारों तरफ सरिया लगा कर बीम भी भरे, बेसमेंट की फर्श डालने से पहले सरिया बिछाकर रोड़ी भी भरी गई। इसके साथ कुछ खास तरह के केमिकल का इस्तेमाल भी किया ताकि जलभराव को रोका जा सकें। बारिश के दिनों में लोगों के द्वारा किए जा रहे सभी प्रयास नाकाम साबित हो रहें हैं।
मंदिर परिसर में स्थित कुएं के जलस्तर में पिछले कुछ वर्षों में बढ़ोतरी हुई हैं। पिछले 2 महीने पहले तक कुएं में पानी का स्तर मुंडेर से 40 फीट नीचे था, लेकिन इस साल मानसून में हुई अच्छी बारिश से अब कुएं में पानी का स्तर मुंडेर से मात्र 20 फीट रह गया है।
गंगाराम पंडित, स्थानीय निवासी।
पिछले कई सालों से बारिश के दिनों में बेसमेंट के अंदर जलभराव की समस्या से परेशान है। इसके समाधान के लिए कई तरह के प्रयास किए ताकि जलभराव को रोका जा सके, मगर कोई भी तरीका कारगर साबित नहीं हुआ। बेसमेंट में भरे पानी से भवन को नुकसान नहीं पहुंचे इसलिए दिन-रात मोटर चलाकर पानी को बाहर निकाला जाता है।
उमेद सिंह दुकानदार, गणेश मार्केट।
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Mahendragarh-Narnaul News: लगातार बारिश से बेसमेंट में भर रहा पानी, लोगों को परेशानी