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वॉशिंगटन: अमेरिका के विदेश विभाग के पूर्व अधिकारी माइक बेंज के एक दावे से हड़कंप मच गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बेंज ने दावा किया है कि मीडिया के असर का इस्तेमाल करके, सोशल मीडिया सेंशरशिप को बढ़ावा देकर और विपक्ष के आंदोलनों को आर्थिक मदद पहुंचाकर अमेरिका ने भारत, बांग्लादेश समेत कई देशों की राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश की। उन्होंने यह भी दावा किया कि अमेरिका ने चुनावों को भी प्रभावित करने की कोशिश की और सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास किया।
बेंज के दावे से मचा सियासी हड़कंप
USAID को लेकर जारी विवाद के बीच बेंज के इस दावे से हड़कंप मच गया है। उनका कहना है कि अमेरिका ने इस काम में काफी पैसे खर्च किए। बेंज के दावे के मुताबिक, भारत में 2019 में हुए लोकसभा चुनावों को भी प्रभावित करने की पूरी कोशिश की गई थी ताकि पीएम मोदी की पार्टी बीजेपी सफल न हो पाए। उन्होंने आरोप लगाया कि फेसबुक, यूट्यूब, वॉट्सऐप और ट्विटर जैसी विभिन्न सोशल मीडिया कंपनियों पर मोदी समर्थक कंटेंट को रोकने के लिए अमेरिका के विदेश विभाग ने दबाव डाला था। बता दें कि USAID अमेरिकी सरकार की एक स्वतंत्र संस्था है, जो विकासशील देशों में आर्थिक और मानवीय सहायता प्रदान करती है।
भारत के पड़ोसी देशों में बुरा रहा हाल
बता दें कि पिछले कुछ सालों में भारत के लगभग सभी पड़ोसी देशों में सियासी अस्थिरता का माहौल रहा है। पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश में तो बहुत ही नाटकीय अंदाज में सत्ता परिवर्तन हुए हैं। 2024 के लोकसभा चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी पिछले 3 चुनावों में पहली बार अपने दम पर बहुमत से पीछे रह गई। हाल ही में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि USAID ने भारत को बांटने के लिए कई संस्थाओं को धन मुहैया कराया था। ऐसे में बेंज के इस दावे से कि अमेरिका ने पीएम मोदी को हराने की साजिश रची थी, दुबे के आरोपों को बल मिला है।
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अमेरिका ने रची थी PM मोदी को हराने की साजिश, US विदेश विभाग के पूर्व अफसर का दावा – India TV Hindi