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कनाडाई कोर्ट ने चारों आरोपियों के खिलाफ अगली सुनवाई अप्रैल तक टाल दी है।
आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में 2023 में हत्या के मामले में गिरफ्तार चार भारतीय आरोपियों की जामन पर कल यानी मंगलवार को सुनवाई हुई। पहले दावा किया गया था कि उक्त चारों भारतीय युवकों को जमानत पर छोड़ा गया है, मगर बाद में उक्त दावे को कनाडाई मीडिया
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11 फरवरी को हुई सुनवाई के दौरान कनाडाई कोर्ट ने आरोपी अमनदीप सिंह, करण बराड़, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह के खिलाफ सुनवाई अप्रैल माह तक स्थगित कर दी है। बता दें कि कोर्ट ने पिछली सुनवाई पर चारों आरोपियों की सुनवाई के लिए 11 फरवरी की तारीख दी थी।
भारत में चली जमानत की खबरों को कनाडाई मीडिया ने बताया था गलत
सीबीसी न्यूज द्वारा दावा किया गया था कि भारत के कई मीडिया संस्थानों द्वारा दावा किया गया कि जून 2023 में सिख कनाडाई हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोपी चार भारतीय नागरिकों को उनके खिलाफ मामला खत्म होने के बाद हिरासत से रिहा कर दिया गया है। खबर में सीबीसी ने कई भारतीय न्यूज एजेंसियों का नाम लेकर इसका दावा किया।
न्यूज चैलन ने कहा था कि ये खबरें झूठी हैं। निज्जर के किसी भी आरोपी को हिरासत से नहीं छोड़ा गया है। बीसी अभियोजन सेवा की एन सेमोर के हवाले से सीबीसी न्यूज़ ने दावा किया था कि यह सच नहीं है कि चारों आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। अगली अदालती पेशी 11 फरवरी को एक प्रीट्रायल कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई। 12 फरवरी को आरोपियों को कोर्ट में पेश करना था। मगर पहले ही कोर्ट ने अगली सुनवाई को अप्रैल तक स्थगित कर दिया।
सीबीसी न्यूज द्वारा चलाई गई खबर।
ऐसे हुई थी हरदीप सिंह की हत्या
कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरी में गुरुनानक सिख गुरुद्वारा के पास निज्जर को दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी थी। निज्जर इस गुरुद्वारा के प्रमुख भी थे। वह गुरुद्वारा के बाहर पार्किंग में अपनी कार में थे। इसी दौरान मोटरसाइकिल पर दो युवक आए और फायरिंग शुरू कर दी।
निज्जर को कार से बाहर निकलने का समय नहीं मिला और उनकी वहीं मौत हो गई। इसके बाद कनाडा पुलिस ने इस मामले में चार पंजाबी युवकों को गिरफ्तार किया, हालांकि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारतीय एजेंटों पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया। जिसके बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों में खटास आ गई है। हालांकि, अब आरोपियों को जमानत मिलने के बाद सरकार पर सवाल उठने लगे हैं।
खालिस्तान टाइगर फोर्स का था प्रमुख
हरदीप निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का प्रमुख था। NIA ने हाल ही में 40 आतंकियों की लिस्ट जारी की थी, उसमें निज्जर का नाम भी शामिल था। ब्रैंपटन शहर में खालिस्तान के हक में रेफरेंडम करवाने में भी उसकी भूमिका थी। निज्जर भारतीय एजेंसियों की मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल था। भारत में हिंसा और क्राइम के कई केसों में उसका नाम सामने आया था। जिसके बाद उसे वांटेड टेररिस्ट की लिस्ट में डाला गया था।
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31 जनवरी 2021 को पुजारी पर करवाया था हमला
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 31 जनवरी, 2021 को जालंधर में हिंदू पुजारी कमलदीप शर्मा की हत्या की साजिश के सिलसिले में निज्जर सहित चार लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। मामले में चार्जशीट किए गए तीन अन्य लोग कमलजीत शर्मा और राम सिंह हैं, जिन्होंने निज्जर और उसके सहयोगी अर्शदीप सिंह उर्फ प्रभा के निर्देश पर पुजारी पर हमला किया था।
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हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड: कनाडाई कोर्ट में हुई सुनवाई: चारों आरोपियों को जमानत मिलने की थी चर्चा, नहीं मिली राहत, अगली सुनवाई अप्रैल में – Jalandhar News