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फोटो संख्या:55- सेमिनार के समापन सत्र में मुख्य वक्ता प्रो. रिपुसुदन सिंह को स्मृति चिह्न भेंट
महेंद्रगढ़। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग व विधि विभाग की ओर से हम लोग एट 75ः सामाजिक न्याय और वैश्विक शांति की दिशा में विषय पर केंद्रित दो दिवसीय सेमिनार का शुक्रवार को समापन हुआ।
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प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं वैश्विक शांति देश के संविधान के मूल सिद्धांतों के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। संविधान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के आधार पर एक समतामूलक समाज की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के सिद्धांत हमें सह-अस्तित्व, सहिष्णुता और परस्पर सम्मान की शिक्षा देते हैं। भारत ने हमेशा विश्व बंधुत्व और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पक्ष में रहा हे।
मुख्यातिथि प्रो. शांतेश कुमार सिंह ने कहा कि भारत ने हमेशा से शांति और मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता दिया है। इसी क्रम में प्रो. रिपुसुदन सिह ने विकसित भारत और विश्व बंधुत्व की संकल्पना को सामाजिक न्याय और वैश्विक शांति से जोड़ते अपना व्याख्यान दिया। सेमिनार के सह संयोजक डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने सेमिनार की रिपोर्ट प्रतिभागियों से साझा करते हुए बताया कि देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों व शिक्षण संस्थानों के 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और विषय के विविध आयामों पर चर्चा की।
इससे पूर्व सेमिनार के दूसरे की ऑनलाइन तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया। सत्र की अध्यक्षता वाणिज्य विभाग के प्रो. राजेंद्र प्रसाद मीणा ने की जबकि झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रो. अपर्णा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं। इस सत्र में 25 शोधार्थियों ने प्रतिभागिता की।विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने संदेश के माध्यम से कहा कि अवश्य ही यह सेमिनार न्यायपूर्ण व शांतिपूर्ण समाज की दिशा में अकादमिक जगत की भूमिका को पुनः स्थापित करने में मददगार होगा।
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भारत ने हमेशा से शांति और मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता दिया : प्रो. शांतेश