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फोटो संख्या:61- गांव करीरा में कथा के दौरान प्रवचन सुनतीं महिलाएं—स्रोत- आयोजक
– फोटो : सदिकापुर गांव में खेत में दिखाई दे रही जलकुंभी की बेल।
कनीना। उपमंडल के गांव करीरा में बाबा भैया मंदिर में श्रीमद्देवी भागवत कथा के चौथे दिन आचार्य ने भगवती ने महिषासुर के संहार का प्रसंग सुनाया। कथा वाचक पंडित हेमराज भारद्वाज ने श्रीमद्देवी भागवत महापुराण की कथा के चौथे दिन मां भगवती का प्रकट होना, महिषासुर जन्म कथा, देवी का प्रादुर्भाव संवाद की व्याख्या की।
पंडित हेमराज भारद्वाज ने कहा कि मां आदिशक्ति ने दुर्गा के रूप में अवतार लिया था। उनका यह अवतार दानवों के संहार के लिए हुआ था। उन्होंने ऐसे दानवों से पृथ्वी व स्वर्ग को मुक्त कराया। जिनका संहार करना देवताओं के वश में नहीं था। ऐसे ही दैत्यों में पहला नाम आता है महिषासुर का। उसने कठिन तपस्या कर ब्रह्माजी से वरदान मांगा कि देवता और दानव उस पर विजय प्राप्त न कर सकें। इस तरह महिषासुर ने पृथ्वी और स्वर्ग को जीत कर देवताओं तथा मनुष्यों को कष्ट देना शुरू कर दिया। इस दौरान सुरेंद्र, जय प्रकाश, कृष्ण कुमार, दिनेश, कैलाश, धर्मवीर, रामनिवास, संतोष देवी, रजनी, शकुंतला, कुसुम लता, मनीषा, कमलेश, शिवानी, रजनी, प्रियंका, हेमलता, पूजा, सुरेश सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।
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Mahendragarh-Narnaul News: मां आदिशक्ति ने दुर्गा के रूप में अवतार लिया था