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अंबाला। बांग्लादेश में बिगड़ते हालाताें से अंबाला का साइंस उद्योग भी प्रभावित दिख रहा है। अंबाला से साइंस उपकरणों में ट्रेडिंग करने वाले व्यापारियों को अब बांग्लादेश में सामान भेजने में दिक्कत आ रही है।
फिलहाल हालातों को देखते हुए उन्हें चिंता सता रही है कि ऐसे ही हालात रहे तो व्यापार पटरी पर लौटने में काफी समय लग जाएगा, क्योंकि ऐसे हालातों में पहले देश के भीतर की स्थिति को सुधारना बांग्लादेश के प्रशासन की प्राथमिकता होगी। अंबाला से बांग्लादेश के सरकारी टेंडरों में भी व्यापारी हिस्सा लेते हैं, ऐसे में उन्हें चिंता सता रही है कि अब कितने समय बाद उन्हें किसी सरकारी बोली में भाग लेने का मौका मिलेगा इस पर कोई जवाब देने वाला नहीं है। ऐसे में अंबाला के साइंस कारोबार को अभी तक तो हालातों को देखकर कोई खास आस दिखाई नहीं दे रही है।
कुछ कारोबारी पहले ही भेज चुके सामान
अंबाला से कुछ कारोबारी बांग्लादेश में साइंस उपकरण भेजते हैं। इसमें प्रयोगशालाओं में उपयोग में लाए जाने वाले उत्पाद व मेडिकल क्षेत्र में प्रयोग की जाने वाली मशीनें भी शामिल हैं। एक कारोबारी ने बताया कि हालात बिगड़ने से कुछ समय पहले ही उनके पास साइंस उपकरण को लेकर ऑर्डर आया था, जिसको वह पहुंचा चुके हैं। इसके साथ ही वहां से भुगतान भी आ चुका है। ऐसे में आगे जरूर उन्हें ऑर्डर मिलता, जिसकी अभी संभावना कम ही लग रही है। इसी प्रकार से सरकारी टेंडरों के भी जल्दी से निकलने की संभावना कमी है।
ग्लास वेयर इंडस्ट्री में संसाधन जुटा रहे उद्योगपति
इधर ग्लासवेयर इंडस्ट्री में आईएसआई ग्रेड के उत्पाद बनाने के लिए छोटे-छोटे कारोबारियों ने अपनी मांग केंद्र सरकार के वाणिज्य मंत्रालय तक रख दी है। मगर इसके बाद भी अभी तक कोई समाधान निकलता नहीं दिख रहा है। मजबूरी में अब कारोबारियों ने अपने यहां संसाधन जुटाने शुरू कर दिए हैं। कोई कर्ज ले रहा है तो कोई अन्य तरीके से फंड एकत्रित कर रहा है। क्योंकि अब सरकार के नियम को लागू होने में कुछ ही समय शेष रह गया है। अगर कारोबारी ऐसा नहीं करेंगे ताे काम काफी पिछड़ जाएगा।
वर्जन
बांग्लादेश के हालात काफी चिंता में डालने वाले हैं। हमारे यहां से कुछ कारोबारी बांग्लादेश में साइंस उपकरण भेजते हैं। इसके साथ ही ग्लासवेयर इंडस्ट्रीज का भी कोई समाधान नहीं निकल सका है।
-गौरव सोनी, महासचिव, अंबाला साइंस इंस्ट्रूमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन
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