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सिरसा.हरियाणा के सिरसा के कालावाली डेरा मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम जगमालवाली का विवाद लगभग खत्म हो गया है. डेरा प्रबंधक कमेटी कमेटी और ग्रिविएंस कमेटी की बैठक के बाद विवाद पर विराम लग गया. बैठक में महाराज बहादुर चंद वकील साहब के निधन के बाद डेरे की गद्दी सौंपने की परम्परा का पालन करने पर मंथन हुआ और पधादिकारियों और ट्रस्टी ने निर्णय लिया कि महाराज के हुक्म की पालना के लिए संत वकील साहब की वसीयत के अनुसार, वीरेंद्र को गद्दी सौंपी जाए.
फिर महात्मा बीरेंद्र को गद्दी सौंप दी गई. इस दौरान संत वकील साहब का परिवार भावुक हो गया. वकील साहब की बहन ने महात्मा वीरेंद्र के सिर पर हाथ रखते हुए कहा कि डेरे को अब आप संभालो. डेरा मैनेजमेंट और दूसरी कमेटियों के महत्वपूर्ण बैठक में संत वकील साहिब के भाई शंकर लाल, बहन लक्सवरी देवी, भांजा संजय, भतीजा विष्णु, डेरा ग्रिविएंस कमेटी के सदस्य अनिल बेगावाली, डेरे के महात्मा सूरज, राज भिंडर जगमालवाली, महात्मा नाहर सिंह, जगमालवाली गाँव के सरपंच प्रतिनिधि सत्तू, मंदर नम्बरदार, गुरदास जगमालवाली, कुलदीप प्रधान, प्रवीण पीपली व कमेटी के अन्य सदस्य उपस्थित रहे.
संत बहादुर चंद उर्फ वकील साहिब का निधन हाल ही में हुआ था.
बैठक में संत वकील साहब के भाई शंकर लाल ने कहा कि डेरे की परम्परा में गद्दी को खाली नहीं छोड़ा जा सकता और संत वकील साहब के हुक्मानुसार डेरे की गद्दी सौपने की पालना की गई है. भतीजे विष्णु ने कहा कि हर डेरे की अपनी परम्पराएं होती है और हमारी भी अपनी परम्पराए है और उन्हीं परम्पराओं का निर्वहन किया गया है. महात्मा वीरेंद्र को मैनेजमेंट के आग्रह और परम्पराओं के अनुसार उन्हें पगड़ी पहनाई गयी.
सेवा और सिमरन जारी रहेगा
बैठक में महात्मा वीरेंद्र ने कहा कि मैनेजमेंट कमेटी ने डेरा की परम्परा के तहत गद्दी सौंपने सम्बन्धी काम किया है. डेरे का कामकाज सामान्य रूप से चले इस पर ध्यान दिया जाना जरूरी था. साध-संगत के मन अनेक लोगों ने कईं अफवाहें फैला दी और कई सवाल पैदा कर दिए है. डेरे के लिए सबसे बड़ी ताक़त उनकी संगत है और डेरा में सेवा और सिमरन जारी रहेगा. वे पहले की तरह ही डेरे में अपनी सेवाएं देते रहेंगे.
हाल ही सिरसा में डेरा सच्चा सौदा जगमालवाली के संत वकील साहिब का निधन हो गया था.
महात्मा वीरेंद्र शुक्रवार को ही डेरे में पहुंचे तो बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठे हो गए और महात्मा बीरेंदर से मिलने पहुँचने लगे और देर शाम तक डेरे में संगत से मिलने का सिलसिला चलता रहा. फिलहाल, अब इस विवाद को विराम लग गया है लेकिन जिला पुलिस अब भी सतर्क है.
कैसे खत्म हुआ पूरा विवाद
इस पूरे विवाद को वकील साहिब की लाल डायरी ने खत्म करने में अहम भूमिका निभाई. इस डायरी में उनकी वसीयत को लेकर सारी बातें लिखी गई थी. डायरी में ही वीरेंद्र को गद्दी सौंपने की बात कही गई थी और डायरी सामने आने के बाद पूरा मामला साफ हो गया और अब विवाद भी खत्म हो गया है.
Tags: Dera Sacha Sauda, Haryana news live, Haryana News Today, Sirsa News
FIRST PUBLISHED : August 10, 2024, 09:15 IST
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