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इससे निजात पाने वाले के लिए जिस वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाता है उसकी कीमत 20 हजार है. जीबीएस बीमारी से कमजोर इम्युनिटी वाले शख्स तुरंत बीमार पड़ जाते हैं.

यह बीमारी एक तरह का वायरल इंफेक्शन है. जिसके कारण शरीर के कुछ हिस्सों तक जो नसें संकेत देती है यह बीमारी उसी पर अटैक करता है. जिसके कारण इसके मरीज को कमजोरी और नसों में दिकक्त होने लगती है.

जीबीएस इंफेक्शन का इलाज काफी ज्यादा महंगा है मरीजों को आमतौर पर इम्युनोग्लोबुलिन नामके एक इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है. इस बीमारी के इलाज में 13 इंजेक्शन के आईवीआईजी कोर्स की जरूरत पड़ी थी.


प्रत्येक इंजेक्शन की कीमत 20 हजार रुपये बताई गई थी. महाराष्ट्र सरकार ने इस बीमारी के लिए मुफ्त इलाज का ऐलान भी किया है.

3000-3500/एमएल और 2 मिली/किग्रा की खुराक में दिया जाता है. इसलिए, वयस्कों में इस तरह की थेरेपी की लागत आमतौर पर 2 लाख से अधिक होती है. दूसरी ओर, MCS+ और हेमोनेटिक्स किट का उपयोग करके प्लाज़्माफेरेसिस की लागत 1.4 लाख रुपये प्रति मरीज है.
Published at : 28 Jan 2025 09:31 AM (IST)
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