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Delhi Election: एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया कि उनके प्रत्याशी शिफा-उर-रहमान जेल में रहते हुए ओखला से चुनाव जीतेंगे. शिफा-उर-रहमान दिल्ली दंगों की साजिश के मामले में जेल में बंद हैं. ओवैसी ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल जमानत ले सकते हैं और चुनाव लड़ सकते हैं तो एआईएमआईएम उम्मीदवार शिफा-उर-रहमान भी जेल के अंदर से चुनाव लड़ सकते हैं और जीत सकते हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, ओवैसी ने ये टिप्पणी उस समय की, जब वो ओखला में अपने प्रत्याशी शिफा-उर-रहमान के लिए प्रचार कर रहे थे. जनसभा को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम चीफ ने कहा, “अगर इस देश में अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल सकती है और छह महीने बाद चुनाव लड़ सकते हैं तो हम शिफा को जेल के अंदर से जिताएंगे.”
जॉर्ज फर्नांडीज से की शिफा-उर-रहमान की तुलना
इस दौरान ओवैसी ने ओखला सीट से अपने प्रत्याशी शिफा-उर-रहमान की तुलना पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडीज से की. उन्होंने कहा अगर फर्नांडीज ‘बड़ौदा डायनामाइट मामले’ में बिहार की जेल में बंद रहते हुए भी चुनाव जीत सकते हैं तो शिफा भी ओखला से जीत हासिल करेंगे. जेल में रहते हुए चुनाव लड़ेंगे और विधायक बनेंगे.
ताहिर-शिफा को टिकट की आलोचना किए जाने पर भड़के ओवैसी
शिफा-उर-रहमान और ताहिर हुसैन को उम्मीदवार घोषित करने के लिए एआईएमआईएम की आलोचना करने के लिए ओवैसी ने सभी दलों पर जमकर हमला बोला. ओवैसी ने कहा कि जो लोग आपत्ति जता रहे हैं उन्हें इस पर शर्म आनी चाहिए और सवाल किया कि क्या वे भारतीय संसद में उन सांसदों को नहीं देख सकते हैं जिनके खिलाफ कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं.
दिल्ली दंगों के आरोपी को ओवैसी ने बनाया उम्मीदवार
AIMIM ने आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन को मुस्तफाबाद और ओखला सीट से शिफा उर रहमान को टिकट दिया है. ये दोनों ही नेता दिल्ली दंगों के आरोप में जेल में बंद हैं. बता दें कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव एक ही चरण में होंगे. यहां पांच फरवरी को वोट डाले जाएंगे और आठ फरवरी को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे.
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जेल से ही चुनाव जीतेंगे शिफा-उर-रहमान, दिल्ली चुनाव को लेकर ओवैसी ने कर दिया बड़ा दावा