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नई दिल्ली/चंडीगढ़: 29 साल की रेसलर ओलंपिक चैंप विनेश फोगाट राज्यसभा में जाने योग्य नहीं हैं. जी हां, आपने सही पढ़ा, पेरिस ओलंपिक में देश का सर शान से ऊंचा कर देने वालीं विनेश फोगाट को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा की सदस्यता दिए जाने को लेकर गुरुवार को बयान दिया था. उन्होंने कहा था, अगर उनकी पार्टी के पास विधानसभा में संख्या बल होता तो वह फोगाट को आगामी राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाते. लेकिन, नियमानुसार, खाली राज्यसभा सीट (हरियाणा की ओर से) के लिए वह निर्वाचित होने के योग्य ही नहीं हैं.
लेकिन, पूर्व सीएम की पार्टी के पास बहुमत होता तो भी वे आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए फोगाट को उम्मीदवार नहीं बना सकते थे. यहां तक कि बीजेपी चाहे तो भी विनेश फोगाट इस बार राज्यसभा की उम्मीदवार नहीं बन सकतीं. ऐसे में यह बात ही नहीं रह जाती कि किस पार्टी का विधानसभा में बहुमत है. दरअसल, विनेश फोगाट फिलहाल राज्यसभा की उम्मीदवार के लिए टेक्निकली योग्य ही नहीं हैं. इस मामले में उनकी आयु आड़े आ रही है.
बता दें चुनाव आयोग की ओर से जारी शेड्यूल के मुताबिक 14 अगस्त से 21 अगस्त तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे. उम्मीदवारों के पास नामांकन वापस लेने के लिए 27 अगस्त तक का समय है. मतदान और मतगणना 3 सितंबर को होने जा रही है. बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक, राज्यसभा की सदस्यता के लिए न्यूनतम आयु 30 वर्ष है और फोगाट नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख तक 29 साल की ही होंगी. उनका जन्मदिन नामांकन की आखिरी डेट के चार दिन बाद है. 25 अगस्त 1994 को वे तीस साल की होंगी. ऐसे में नियम की अवहेलना करते हुए उनका नामांकन दाखिल नहीं किया जा सकता.
चुनाव आयोग ने बुधवार को ही हरियाणा से राज्यसभा की एक सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा की थी. यह सीट कांग्रेस नेता और बीएस हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा के रोहतक निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई थी. लोकसभा सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा ने भी कहा था कि उनके लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद हरियाणा से राज्यसभा की एक सीट रिक्त हो गई है और फोगाट को वहां से मनोनीत किया जाना चाहिए. हुड्डा ने कहा था, जल्द ही राज्यसभा चुनाव होने वाले हैं. यदि हमारे पास बहुमत होता तो हम उन्हें नामांकित करते. उन्होंने कहा कि मैं हरियाणा की सभी पार्टियों से इस पर विचार करने का आग्रह करता हूं.
बता दें कि पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग प्रतिस्पर्धा के फाइनल मुकाबले से पहले 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण विनेश फोगाट अयोग्य करार दे दी गई थीं. तब उन्होंने संन्यास की घोषणा करते हुए फोगाट अपना मर्थन करने वालों से माफी मांगी थी.
विनेश के ताऊ बोले, राजनीतिक हथकंडा है…
फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट ने इसे राजनीतिक हथकंडा करार दिया. महावीर फोगाट ने कहा, आज भूपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि अगर उनका बस चलता तो वे विनेश को राज्यसभा भेजते. जब उनकी सरकार थी तो उन्होंने गीता फोगाट को क्यों नहीं भेजा? बता दें गीता फोगाट महावीर फोगाट की बेटी हैं. महावीर फोगाट यह भी बोले, गीता फोगाट ने कई रिकॉर्ड बनाए. जब भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की सरकार थी, तब उन्होंने गीता को डीएसपी तक नहीं बनाया. अब कांग्रेस नेता भूपेन्द्र हुड्डा यह दावा कैसे कर सकते हैं?
हरियाणा सरकार करेगी सम्मान और नवाजेगी…
हरियाणा सरकार ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को छह करोड़ रुपये, सिल्वर मेडल विजेताओं को चार करोड़ रुपये और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वालों को 2.5 करोड़ रुपये देती है. हरियाणा सीएम नायाब सिंह सैनी ने कहा, हमारी सरकार ने तय किया है कि विनेश फोगाट को पदक विजेता की तरह स्वागत और सम्मान किया जाएगा. हरियाणा सरकार ओलंपिक रजत पदक विजेता को जो सम्मान, पुरस्कार और सुविधाएं देती है, वही सब विनेश फोगाट को भी दी जाएंगी.
Tags: 2024 paris olympics, Haryana election 2024, Rajya Sabha Elections, Vinesh phogat
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