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दिग्गज अभिनेता जितेंद्र के बेटे और एकता कपूर के भाई होने के बाद भी तुषार कपूर को कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा है। नेपोटिज्म का फायदा तुषार कपूर को नहीं मिला। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान तुषार ने बताया कि लोग फिल्मी परिवार के फायदे के बारे में बताते हैं, लेकिन नुकसान को लेकर नहीं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग नीचे खींचना चाहते हैं। हर बार किसी नए स्टूडेंट्स की तरह बार-बार परीक्षाएं देनी पड़ीं।
इंडिया टुडे के साथ एक इंटरव्यू के दौरान तुषार कपूर ने करियर को लेकर बात की। उन्होंने कहा- मैं फिल्मी परिवार से हूं, मेरे पास सब कुछ है। लेकिन, मैं उन एक्टर्स में से एक हूं, जिसे सबसे ज्यादा बार रिजेक्ट किया गया। हर बार खुद को साबित करने के लिए मुझे जूझना पड़ा है।
कुछ लोग नीचे खींचना चाहते हैं। हर बार किसी नए स्टूडेंट्स की तरह मुझे बार-बार परीक्षाएं देनी पड़ीं। मैं इससे लड़ने के लिए तैयार रहता हूं, क्योंकि ये मुझे हमेशा चौकन्ना रखता है। थैंकफुली मेरे पास एक ऐसी ऑडियंस है जो मुझे जज नहीं करती है।
तुषार कपूर ने आगे कहा- मेरा एक बेटा है जो मेरा स्ट्रेस बस्टर है। उसके साथ में पॉजिटिव और फोक्सड हूं। उसी दिशा में अपनी जिंदगी को देखता हूं। मैं बौद्ध धर्म को मानता हूं और फिटनेस को लेकर सजग हूं। ये सब चीजें मुझे मोटिवेट करती हैं। मैं मानता हूं कि आखिरी में एक रोशनी जरुर होती है। उतार-चढ़ाव जरुरी हैं, वरना जिंदगी बोरिंग हो जाएगी।
वर्क फ्रंट की बात करें तो तुषार कपूर ने वेब सीरीज ‘दस जून की रात’ से ओटीटी पर डेब्यू किया है। तबरेज खान के डायरेक्शन में बनी इस सीरीज में तुषार कपूर के अलावा प्रियंका चाहर चौधरी, शान ग्रोवर, लीना शर्मा की अहम भूमिका है।
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नेपोटिज्म का फायदा तुषार कपूर को नहीं मिला:एक्टर बोले- कुछ लोग नीचे खींचना चाहते हैं, हर बार नए स्टूडेंट्स की तरह परीक्षाएं देनी पड़ीं