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Faridabad farmer Chhedilal: फरीदाबाद के भोपानी गांव के किसान छेदी लाल अपनी 2 बीघे में सेम की खेती करते हैं और इससे अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं. वह जाल पर सेम उगाते हैं. मंडियों में बेचकर उनका परिवार खुशहाल जीवन जीता है.
फरीदाबाद. फरीदाबाद के भोपानी गांव के किसान छेदी लाल अपने परिवार का पालन-पोषण सेम की खेती से करते हैं. उन्होंने 2 बीघे में सेम की फसल लगाई है, जिसे वो खास तौर पर जाल पर उगाते हैं. खेत की अच्छी पैदावार के लिए पहले पूरी तरह से जुताई की जाती है, जो 4 से 5 बार होती है. हर बीघे में 1 किलो बीज की जरूरत होती है. छेदी लाल बताते हैं कि सेम की फसल में कई बार कीड़े लग जाते हैं, जिन्हें दूर करने के लिए उन्हें दवाइयों का इस्तेमाल करना पड़ता है. कीड़ों से बचाव के लिए वह चेपा जैसी दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा कीटों की दवाइयां भी बार-बार लगानी पड़ती हैं, ताकि फसल सुरक्षित रहे.
दिल्ली और फरीदाबाद की मंडियां
सेम की फसल तैयार होने के बाद छेदी लाल और उनका परिवार इसे दिल्ली और फरीदाबाद की मंडियों में ले जाते हैं. वह डबुआ मंडी और दिल्ली की मंडी में सेम को बेचने के लिए लेकर जाते हैं. इसके अलावा कुछ ग्राहक खुद ही उनके पास आकर फसल खरीदते हैं. इस खेती से ही छेदी लाल के परिवार का गुजारा चलता है. उनके परिवार में 4 लोग हैं और यह खेती ही उनके लिए आय का मुख्य स्रोत है.
दिन-रात खेतों में काम
यहां के किसान बेहद मेहनत करते हैं, दिन-रात खेतों में काम करके अपनी फसलों को अच्छा बना सकते हैं. खेती के इस तरीके से छेदी लाल का परिवार आराम से अपना गुजारा चला रहा है. फसल की देखभाल के लिए, जो मेहनत और खर्चा आता है. वो भी अपनी मेहनत से पूरा करते हैं. फसल की बिक्री से प्राप्त आय से उनका परिवार खुशहाल जीवन जी रहा है.
Faridabad,Haryana
January 13, 2025, 12:57 IST
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