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कृष्ण कथा सुनाते यमुनापुरी महाराज।
फतेहाबाद। पंडित तुलसीदास रामानंद सरस्वती के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में मोहल्ला रामनिवास स्थित श्रीसनातन धर्म मंदिर में कृष्ण कथा आयोजित की जा रही है। इसमें पहुंचे हरिद्वार के भागवत मार्तंड स्वामी यमुनापुरी महाराज ने कहा कि परिस्थिति चाहे कैसी भी हो, हमें हर हाल में मुस्कुराना चाहिए क्योंकि यह संदेश हमें हमारे देवी-देवताओं से मिलता है। सनातन धर्म में सभी देवी-देवताओं के चेहरे हमें मुस्कुराते हुए दिखाई देते हैं, जबकि सभी देवी-देवताओं ने विकट परिस्थितियों का सामना किया।
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महाराज ने कहा कि जब रावण माता सीता का हरण करके ले जा रहा था तो जटायु ने उसका रास्ता रोकने का प्रयास किया, लेकिन रावण ने उसके पंख काट दिए। तब भी जटायु मुस्कुरा रहा था तो अन्य पक्षियों ने उनसे कहा कि आप तो अब उड़ने के काबिल भी नहीं हो फिर भी मुस्कुरा रहे हो तो उन्होंने कहा कि अगर मेरे पंख होते तो मुझे उड़कर भगवान श्रीराम के पास यह संदेश देने के लिए जाना पड़ता। अब भगवान श्रीराम स्वयं मेरे पास आएंगे। भगवान श्रीराम जटायु के पास आए और जटायु का उद्धार किया।
यमुनापुरी महाराज ने कहा कि कई लोग पत्थर की पूजा पर सवाल उठाते हैं। इसका जवाब है कि मंदिरों में विधिवत प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही हम भगवान का स्वरूप मानकर उनकी पूजा करते हैं।
उन्होंने श्रद्धालुओं को संकल्प दिलाया कि बिना किसी बात के रोज 25 बार हंसेंगे अर्थात हर हाल में खुश रहने का अभ्यास करेंगे। जिस तरह के भाव रखोगे भगवान उसी तरह का फल देते हैं। जिस तरह से आप जीने लग जाओगे, भगवान उसी तरह की व्यवस्था कर देंगे।
यह आयोजन स्वामी गोपालानंद के सानिध्य में कराया जा रहा है। कार्यक्रम में नगरपालिका के पूर्व प्रधान नरोत्तम चौधरी, नगर परिषद की उपाध्यक्ष सविता टुटेजा और और बिंटु टुटेजा मुख्य अतिथि रहीं। महेश नागपाल, राकेश नागपाल विशिष्ट अतिथि रहे। राजकुमार मदान ने संचालन किया।
इस मौके पर मंदिर प्रबंधन कमेटी के लख्मीचंद सरदाना, नंदलाल वधवा, राजीव चौधरी, हंसराज नारंग, डॉ. केशव गोस्वामी, प्रवीण जिंदल, बबलू जिंदल, जगत रुखाया, डॉ. हंसराज कथूरिया, राकेश शर्मा आदि मौजूद थे।