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यह आपकी सेल्स को नुकसान से बचाने में मदद करते हैं. ग्रीन टी में सबसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट में (Green Tea Benefits in Hindi) से एक एपिग्लो कैटेचिन गैलेट या ईजीसीजी पाया जाता है. कई स्टडी से पता चला है कि नियमित रूप से ग्रीन टी पीने वालों को कैंसर होने का जोखिम कुछ कम हो सकता है.

रिसर्चर का मानना है कि ग्रीन टी के एंटीऑक्सीडेंट सेल्स के डैमेज को रोकने और कैंसर सेल्स के विकास को धीमा करने में मदद करते हैं. चीन में एक अन्य स्टडी में यह जानकारी सामने आई है कि ग्रीन टी का सेवन करने वालों में फेफड़ों के कैंसर के होने की आशंका कम रहती है. यह स्टडी इस बात की ओर इशारा करती है कि खान-पान और जीवन शैली का हमारे जीवन में बहुत प्रभाव पड़ता है.

गैस्ट्रोएंटरोलॉजी रिसर्च एंड प्रैक्टिस में छपे एक स्टडी के मुताबिक, जिन लोगों ने ग्रीन टी का सेवन किया, उनमें इन कैंसर का जोखिम कम था. जो दिन भर में तीन कप से अधिक पीते थे वे ज्यादा सुरक्षित थे. हालांकि, यह याद रखना चाहिए कि ग्रीन टी कैंसर का कोई जादुई इलाज नहीं है.

कई बार जेनेटिक, लाइफस्टाइल और खान-पान सही न होने से भी कैंसर का खतरा रहता है. सिर्फ ग्रीन टी पीना ही सुरक्षा की गारंटी नहीं है, लेकिन यह एक हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए एडिशनल बेनिफिट हो सकता है. ताजा ग्रीन टी पीना सबसे अच्छा है. इसके अलावा, दूध के बिना ग्रीन टी पीना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि कुछ स्टडी से पता चलता है कि दूध इसके एंटीऑक्सीडेंट के प्रभाव को कम कर सकता है.
Published at : 05 Jan 2025 04:26 PM (IST)
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