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- January 03, 2025, 00:25 IST
- haryana NEWS18HINDI
त्रेता युग में श्रवण कुमार ने अपने अंधे माता-पिता को चार धाम की यात्रा अपने कंधे पर पालकी उठा कर की थी. आज भी मातृ-पितृ भक्त के रूप में श्रवण कुमार का नाम बड़े ही आदर से लिया जाता है. इस कलयुग में श्रवण कुमार की तरह ही दो बेटे अपनी बूढ़ी दिव्यांग मां को पिछले दस महीनों से पालकी में बैठाकर उसे अपने कंधों पर चार धाम समेत धार्मिक स्थलों की यात्रा करवा रहे हैं. धीरज और तेजपाल सैनी ने यूपी के बंदाउ जिला गांव नूरपुर से शुरू की थी. अब यह पालकी यात्रा राजस्थान में गोगामेड़ी और खाटू श्याम धाम के निकली है. इनकी यह पालकी यात्रा गोहाना पहुंची.लोगों ने दोनों भाइयों का खूब सत्कार किया.
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