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प्रदर्शन करते हुए बिजली कर्मचारी।
चंडीगढ़ के बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा है। मंगलवार को सोहना में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कर्मचारियों ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह आखिरी सांस तक निजीकरण के खिलाफ लड़ेंगे। उन्होंने प्रशासन पर माह
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ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन ने चंडीगढ़ विद्युत विभाग के निजीकरण के फैसले को वापस लेने की मांग गई। यूनियन के नेता सतबीर ने कहा कि अगर कंज्यूमर व कर्मचारियों के विरोध के बावजूद चंडीगढ़ प्रशासन ने विद्युत विभाग को पहली जनवरी को निजी कंपनी को हैंडओवर किया, तो इसके खिलाफ पूरे प्रदेश में बिजली कर्मचारी धरने, प्रदर्शन करेंगे और हड़ताल करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
बिजली विभाग के निजीकरण को लेकर कर्मचारियों का फूटा गुस्सा।
अंतिम सांस तक लड़ेंगे लड़ाई- सचिव
यूनिट सचिव अजीत ने कहा कि कर्मचारी निजीकरण के खिलाफ अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेंगे। एस्मा जैसा काला कानून लागू करने से निजीकरण के खिलाफ आंदोलन कमजोर नहीं किया जा सकता।
अजीत ने कहा कि मुनाफा कमाने वाले सरकारी विभाग को कौड़ियों के भाव में निजी हाथों में सौंपना आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना नहीं है, बल्कि यह पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना कहलाता है। सतबीर फोरमैन ने कहा कि करोड़ की संपत्ति को 871 करोड़ में एक निजी कंपनी को सौंपा जा रहा है। इसमें भारी भ्रष्टाचार की बू आ रही है
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चंडीगढ़ में बिजली के निजीकरण पर भड़के कर्मचारी: सोहना में किया प्रदर्शन; बोले- मुनाफा कमाने वाले विभाग को कौड़ियों में बेच दिया – Sohna News