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हिसार एचएयू की वैज्ञानिक डॉ. दिव्या फोगाट की मौत को लेकर सामाजिक संगठनों ने वीरवार को एचएयू गेट चार पर प्रदर्शन किया। महिला, किसान, कर्मचारी, व्यापारी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने कुलपति प्रो. बीआर कांबोज के खिलाफ नारेबाजी की।
महिला समिति की अध्यक्ष शकुंतला जाखड़ ने कहा कि हरियाणा कृषि विश्विद्यालय की वैज्ञानिक डॉ. दिव्या फोगाट की कुलपति बीआर कांबोज और कर्मल मलिक की प्रताड़ना करने पर मानसिक परेशानी के कारण हुई है। डॉ. दिव्या फोगाट की मृत्यु को साधारण मृत्यु बताया जा रहा है। डॉ. दिव्या फोगाट बार-बार कुलपति और कर्मल मलिक का नाम लिख-लिख कर चिल्लाती रही कि इन दोनों के कारण मेरा भविष्य बर्बाद हो चुका है।
मौत से कुछ दिन पहले भी डॉ दिव्या फोगाट ने लिखा था कि मेरी इस हालत के जिम्मेदार कुलपति बी.आर. कांबोज और कर्मल मलिक हैं। दिव्या फोगाट बार बार न्याय की गुहार लगाती रही परन्तु एचएयू का कोई संगठन मदद के लिए आगे नहीं आया।
डॉ दिव्या फोगाट का नाम काटकर ओ.पी. बिश्नोई का नाम मैक्सिको ट्रेनिंग पर भेजने पर कहा कि डीजी आईसीआर ने लिख कर भेजा था कि जो वैज्ञानिक मैक्सिको जाएगा वो लडक़ी होनी चाहिए और उसकी उम्र 40 साल से कम होनी चाहिए परंतु ओ.पी. बिश्नोई न तो लड़की थे न कि ही उनकी उम्र 40 साल से कम थी। हौटा ने आरोप लगाया कि संगठनों का काम होता है समाज को आगे ले जाने में अपना योगदान दें न कि किसी विश्वविद्यालय पर इल्जाम लगाए।एचएयू में तानाशाही चलाने का प्रयास किया जा रहा है।
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VIDEO : हिसार एचएयू की वैज्ञानिक डॉ. दिव्या फोगाट को न्याय दिलाने के लिए उतरे सामाजिक संगठन