in

शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस को फासीवादी बताया: कहा- देश विरोधी ताकतों ने अवैध तरीके से सत्ता पर कब्जा किया, वे कट्टरपंथियों के समर्थक Today World News

शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस को फासीवादी बताया:  कहा- देश विरोधी ताकतों ने अवैध तरीके से सत्ता पर कब्जा किया, वे कट्टरपंथियों के समर्थक Today World News

[ad_1]

ढाका7 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

शेख हसीना ने कहा कि मोहम्मद यूनुस की सरकार मुक्ति संग्राम का इतिहास मिटाने की कोशिश कर रही है।

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस को फासीवादी बताया है। बांग्लादेश के विजय दिवस से एक दिन पहले रविवार शाम को जारी बयान में हसीना ने कहा कि मोहम्मद यूनुस एक फासीवादी सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। ये सरकार आजादी विरोधी और कट्टरपंथियों की समर्थक है।

शेख हसीना ने कहा कि देश विरोधी ताकतों ने घरेलू और विदेशी षड्यंत्रों के जरिए अवैध और असंवैधानिक तरीके से सत्ता पर कब्जा कर लिया।

बांग्लादेश में आज आजादी की 53वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। 1971 में आज ही के दिन बांग्लादेश ने भारत की मदद से पाकिस्तान से आजादी हासिल की थी।

16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान सेना के 90 हजार सैनिकों ने भारत के सामने सरेंडर कर दिया। इसके बाद बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजादी मिली थी।

16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान सेना के 90 हजार सैनिकों ने भारत के सामने सरेंडर कर दिया। इसके बाद बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजादी मिली थी।

हसीना ने कहा-

QuoteImage

फासीवादी यूनुस की यह सरकार जनता के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं निभा रही है। वो सत्ता हथिया कर जनहितैषी कामों में मुश्किल डाल रहे हैं। लोग महंगाई से परेशान हैं। यहां तक कि भूखे लोग कूड़ेदान से खाना बीन रहे हैं।

QuoteImage

मुक्ति संग्राम का इतिहास मिटाने की कोशिश

पूर्व बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि मोहम्मद यूनुस की सरकार का मकसद आजादी की लड़ाई लड़ने वालों के खिलाफ लोगों के मन में गुस्से पैदा करना है। यह सरकार मुक्ति संग्राम का इतिहास और उसकी भावना को मिटाने की कोशिश कर रही है।

उन्होंने कहा कि ये लोग बांग्लादेशी स्वतंत्रता संग्राम की भावना को मिटाने के लिए मनगढ़ंत कहानियां फैला रहे हैं। अगर ऐसा हो जाता है तो वो बंगालियों की महान उपलब्धि को कलंक में बदल देंगे।

आरक्षण के खिलाफ आंदोलन ने किया था तख्तापलट

बांग्लादेश में 5 जून को हाईकोर्ट ने जॉब में 30% कोटा सिस्टम लागू किया था, इसके बाद से ही ढाका में यूनिवर्सिटीज के स्टूडेंट्स प्रोटेस्ट कर रहे थे। यह आरक्षण स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को दिया जा रहा था। यह आरक्षण खत्म कर दिया गया तो छात्रों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग शुरू कर दी। देखते ही देखते बड़ी संख्या में छात्र और आम लोग प्रधानमंत्री और उनकी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए।

इस प्रोटेस्ट के दो महीने बाद 5 अगस्त को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गईं। इसके बाद सेना ने देश की कमान संभाल ली।

शेख हसीना की यह फुटेज 5 अगस्त की है। वे हेलिकॉप्टर में बैठ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें देश छोड़ने के लिए 1 घंटे से भी कम समय मिला था।

शेख हसीना की यह फुटेज 5 अगस्त की है। वे हेलिकॉप्टर में बैठ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें देश छोड़ने के लिए 1 घंटे से भी कम समय मिला था।

—————————–

यह खबर भी पढ़ें…

बांग्लादेश में 2025-26 के बीच हो सकते हैं चुनाव:संविधान से लेकर न्यायपालिका में बदलाव होंगे, आजादी के सेलिब्रेशन पर यूनुस का ऐलान

बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद पहली बार आजादी का जश्न मनाया जा रहा है। इस मौके पर सोमवार को अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने देश में चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा की है। युनूस ने बताया कि बांग्लादेश में 2025 के अंत या 2026 की पहली छमाही तक चुनाव कराए जा सकते हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर…

खबरें और भी हैं…

[ad_2]
शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस को फासीवादी बताया: कहा- देश विरोधी ताकतों ने अवैध तरीके से सत्ता पर कब्जा किया, वे कट्टरपंथियों के समर्थक

Brain rot, manifest, delulu, and more: Top 10 words of the year 2024 Today World News

Brain rot, manifest, delulu, and more: Top 10 words of the year 2024 Today World News

आम लोगों से कितना तेज चलता है आपका दिमाग? इन 10 सिग्नल्स से लग जाता है पता Health Updates

आम लोगों से कितना तेज चलता है आपका दिमाग? इन 10 सिग्नल्स से लग जाता है पता Health Updates