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किसान आंदोलन, file
– फोटो : संवाद
विस्तार
एमएसपी लागू करने व अन्य मांगों को लेकर 297 दिन से बॉर्डर पर डटे किसान शुक्रवार दोपहर एक बजे शंभू बाॅर्डर से पैदल दिल्ली कूच करेंगे। शंभू-खनाैरी बाॅर्डर पर करीब 10 हजार किसान जमा हो गए हैं। इन्हें रोकने के लिए हरियाणा ने दोनों बाॅर्डरों पर अर्द्धसैनिक बलों की 29 कंपनियां तैनात की गई हैं।
सबसे पहले किसानों का 101 सदस्यीय मरजीवड़ा जत्था जाएगा। उनको हरियाणा की सीमा में दाखिल करवाने के लिए पीछे-पीछे 150 सदस्यीय रेस्क्यू टीम रहेगी। दूसरी तरफ, किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने एहतियातन शंभू बॉर्डर पर सात स्तरीय बैरिकेडिंग कर दी है। सीमेंट की दीवारों के साथ लोहे की कीलें व कंटीली तार लगाई गई है। इनके अलावा वाटर कैनन वैन व आंसू गैस के गोले फेंकने वाले ड्रोन से सुरक्षा चक्रव्यूह और मजबूत किया गया है। हरियाणा पुलिस ने आगामी आदेश तक पुलिस कर्मियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी हैं।
दातासिंहवाला बॉर्डर पर पुलिस ने ी-स्तरीय नाकाबंदी की है। इन दोनों सीमाओं से आम लोग आवागमन नहीं कर पाएंगे। सिर्फ ट्रेन के जरिये ही लोग पंजाब जा सकते हैं। इसके अलावा पंजाब से सटे कैथल, कुरुक्षेत्र, सिरसा और फतेहाबाद की सीमाओं पर पुलिस ने चाैकसी बढ़ा दी है। हालांकि अभी यहां से लोगों का आवागमन जारी है। सिरसा के मलोट, बठिंडा और मुसाहिबवाला बाॅर्डर पर एसपी विक्रांत भूषण ने सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया। पुलिस जवानों की मॉक ड्रिल भी करवाई गई। सिरसा व जींद में भी धारा 163 लागू कर दी गई है। अंबाला में एक दिन पहले ही धारा 163 लगाई जा चुकी है। वीरवार शाम हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने शंभू बॉर्डर का दौरा किया और सैकड़ों जवानों को तैनात किया।
रात में धरनास्थल से किसानों को भेजा जेल आज फिर महापंचायत
जीरो प्वाइंट के धरनास्थला पर सो रहे 34 किसान नेताओं को पुलिस ने बुधवार देर रात गिरफ्तार कर लुक्सर जेल भेज दिया। धरनास्थल को रात में खाली करा दिया गया। वहीं बृहस्पतिवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शन कर रहे 43 किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया। कार्रवाई के विरोध में एक बार फिर किसान संगठनों और पुलिस प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार दोपहर 12 बजे जीरो प्वाइंट पर महापंचायत बुलाई है। किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं को जीरो प्वाइंट से दिल्ली कूच करने का आह्वान किया गया है। बुधवार रात जीरो प्वाइंट के धरनास्थल पर सो रहे किसानों को जबरन उठाकर बस, पुलिस वैन में भरकर जेल पहुंचा दिया।
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