रोहतक चौक पर टूटी व जर्जर सड़क।
चरखी दादरी। शहर में सड़कें कई जगह से टूट चुकी हैं, वहीं इनसे सफेद पट्टियां भी गायब हो चुकी हैं। इसके अलावा बेसहारा पशुओं का अभी तक समाधान नहीं हुआ है। आगामी दिनों में धुंध गहराने से वाहन चालकों की परेशानी और बढ़ जाएगी व हादसों का खतरा भी बढ़ जाएगा।
शहर में रोहतक रोड, चिड़िया रोड, चरखी दरवाजा, झाडू सिंह चौक, काठमंडी रोड, परशुराम चौक से कोर्ट रोड आदि जर्जर हैं। साथ ही इन सड़कों पर कहीं पर भी साइन बोर्ड व सफेद पट्टियां नही हैं और कहीं पर पूरी तरह से पट्टियां गायब हो चुकी हैं। इनके अलावा शहर में जेब्रा क्रॉसिंग की भी कोई व्यवस्था नहीं है।
इन खामियों को दूर करने के लिए नगर पार्षदों ने भी संबंधित विभाग से संज्ञान लेने की मांग की है। बता दें शहर में सड़कों से सफेद पट्टियां, जेब्रा क्राॅसिंग व साइन बोर्ड आदि गायब हैं। जिससे वाहन चालकों को रुकने या गति धीमी करने का संकेत नहीं मिलता। धुंध के समय मोड़ व कट आदि दिखाई न देने पर भी कई बार लोग हादसे के शिकार हो जाते हैं। संकेतक व रिफ्लेक्टर न होने की स्थिति में हादसों की आशंका अधिक रहती है।
दूसरी ओर से सड़कों पर बेसहारा पशुओं की संख्या भी बढ़ गई है। अंधेरे व धुंध में दिखाई न देने के कारण ये भी हादसों का कारण बन जाते हैं। पशुओं के रोड पर बैठने या अचानक सामने आने से कई बार वाहन इनसे टकरा जाते हैं।
फाइल मुख्यालय भेज दी : एक्सईएन
पीडब्ल्यूडी एक्सईएन कृष्ण कुमार ने बताया कि विभाग इस संबंध में प्रयास कर रहा है। फिलहाल सड़कों पर सफेद पट्टी लगवाने, जेब्रा क्रॉसिंग बनवाने, टूटी सड़कों की मरम्मत और आवश्यकतानुसार साइन बोर्ड लगवाने की योजना तैयार की है। विभाग जल्दी ही काम शुरू करवाएगा। फिलहाल विभाग की ओर से कार्य के लिए विभिन्न स्थानों की जांच कर फाइल मुख्यालय भेज दी गई है। आगामी 15 से 20 दिन में कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
बेसहारा पशु शहर की सबसे बड़ी समस्या रही है। अंधेरे व धुंध में पशु दिखाई नहीं देते। साथ ही कई बार सड़कों पर लड़ते हुए भी ये वाहन चालकों को टक्कर मारकर घायल कर देते हैं। सड़कों पर भी संबंधित विभाग को सचेत होना चाहिए। – सत्यवीर चौहान, पार्षद
धुंध में सड़कों के किनारे साइन बोर्ड होने जरूरी हैं। इसके अनुसार ही चालक वाहन की गति रखते हैं। धुंध में यहीं चालकों के लिए सहारा बनते हैं। आगे के रास्ते का पहले ही पता चल जाता है तो चालक अपना वाहन भी नियंत्रण में रखता है। – नवीन बिंदल, पार्षद
शहर में सड़कें जर्जर हो चुकी हैं, विभाग की ओर से इन पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। पशुओं को पकड़ने की कवायद भी कई बार की गई, लेकिन पूरी तरह सिरे नहीं चढ़ पाई। अब नगर परिषद को इसके लिए आगे आना चाहिए। – जयसिंह लांबा, पार्षद
सड़कों पर सफेद पट्टियां न होने कारण वाहन गलत दिशा में चले जाते हैं और उन्हें पता नहीं चलता की वाहन किस लेन और दिशा में चल रहा है। अगर सफेद पट्टियां हों तो सड़क का पता चलता रहेगा और वाहन चालकों को भी आसानी होगी।- नवीन प्रजापत, पार्षद
Charkhi Dadri News: टूटी सड़कें और गायब सफेद पट्टी बढ़ा रहीं धुंध में हादसों का खतरा