Accident Demo
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
हरियाणा के सिरसा में सालासर बालाजी डाक ध्वजा लेकर जा रहे दो दोस्तों को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। उनका तीसरा दोस्त बच गया। वाहन चालक हादसे के बाद मौके से फरार हो गया। राहगीरों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचित किया। वहीं, उनके दोस्त ने दोनों के परिजनों को हादसे के बारे में सूचित किया।
एंबुलेंस दोनों घायलों को नागरिक अस्पताल लेकर आई। जहां पर एक को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि दूसरे को गंभीर हालत में परिजन निजी अस्पताल में ले गए। जहां पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के दोस्त व परिजनों के बयानों के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू का दी है।
मृतकों के दोस्त कंगनपुर रोड निवासी अमित शर्मा ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि वह सिरसा में कंप्यूटर की दुकान चलाता है। वह अपने दोस्त अमित डागा पुत्र पदम डागा निवासी बेगू रोड व मोहित पुत्र महाबीर गुप्ता निवासी अग्रसेन कॉलोनी पीर मंदिर के साथ सालासर बालाजी जा रहा था। तीनों बचपन के दोस्त हैं और साथ ही पढ़ाई करते थे।
अमित ने बताया कि 11 अक्तूबर को रात करीबन 9 बजे सिरसा से सालासर बालाजी के लिए डाक ध्वजा लेकर चले थे। जब रात दस बजे के करीब आठवां मील मलिक धर्मकांटा के पास पहुंचे थे। अमित ने बताया कि सबसे आगे डाक ध्वजा लेकर अमित डागा चल रहा था और उसके पीछे मोहित चल रहा था। सबसे पीछे वह था।
इस दौरान चौपटा की ओर से तेज गति व लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए गाड़ी चालक आया। उसने सीधे अमित डागा और मोहित को टक्कर मार दी। अमित और मोहित दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। अमित शर्मा ने बताया कि राहगीरों ने हादसे की सूचना डायल 112 को दी। उसने परिजनों को सूचित किया। वहीं, वाहन चालक हादसे के बाद मौके से फरार हो गया।
दोनों को सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। जहां पर अमित डागा का भाई धीरज जैन मौके पर अस्पताल पहुंचा। चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे बताया कि अमित डागा की मौत हो चुकी है। वहीं, मोहित को गंभीर चोटें आई हुए थी और उसे परिजन निजी अस्पताल में उपचार के लिए ले गए। जहां पर उपचार के दौरान मोहित ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने दोनों का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया और शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों व मृतकों के दोस्त अमित शर्मा के बयानों के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रात के समय यात्रा करना होता है खतरनाक
सालासर बालाजी पैदल या डाक ध्वजा लेकर जाने वाले लोगों को लेकर प्रशासन हमेशा हिदायत देता है कि वह रात के समय सफर न करें। यहां तक की धार्मिक संस्थाओं की ओर से विशेष रूप से पंडाल रात्रि ठहराव को लेकर लगाए हुए हैं। शरद पूर्णिमा के चलते सालासर बालाजी पैदल व डाक ध्वजा लेकर जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। जहां पैदल जाने वाले श्रद्धालु रहते है। वहीं, दुपहिया और चौपहिया वाहनों से भी श्रद्धालु जाते हैं।
चोपटा रोड रात के समय हो जाता है खतरनाक
चोपटा से भादरा जाने वाले इस रोड पर रात के समय वाहनों की संख्या बढ़ जाती है। राजस्थान से माल लेकर आने वाले चौपहिया वाहनों का आवागमन बढ़ जाता है। सड़क भी ज्यादा चौड़ी नहीं होने के कारण हादसों का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। अवैध रूप से नशा सप्लाई या अन्य सामान सप्लाई करने वाले लोग इस रास्ते का प्रयोग करते हैं और तेज गति से वाहन चलाते हैं।
गाड़ी नंबर कांग्रेस के नेता के रिश्तेदार का बताया जा रहा
जानकारी के अनुसार मृतक के दोस्त की ओर से बताया गया कि गाड़ी नंबर कांग्रेस के नेता के रिश्तेदार का बताया जा रहा है। जो रात के समय गाड़ी चलाकर सिरसा आ रहा था।
Sirsa: सालासर डाक ध्वजा लेकर जा रहे दो दोस्तों को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, मौत, देर रात हुए थे रवाना