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महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, सियासत में उठा-पटक नजर आने लगी है। हरियाणा में कांग्रेस की करारी हार के बाद अब महाराष्ट्र के चुनाव के लिए महायुति के हौसले बुलंद हैं। गुरुवार को सीएम एकनाथ शिंदे ने चुनावों को लेकर ही कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। हालांकि मीटिंग शुरु होते ही उपमुख्यमंत्री अजित पवार बाहर निकल गए। वह 10 मिनट भी मीटिंग में नहीं बैठे। इसको लेकर कयास लगाए जाने लगे कि शायद महायुति में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
अब अजित पवार ने फाई देते हुए कहा कि महायुति गठबंधन में सब कुछ ठीक चल रहा है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, पहले से निर्धारित अहमदपुर के कार्यक्रम के लिए मुझे जल्दी निकलना पड़ा था। उन्होंने कहा कि उनकी अनुपस्थिति में कैबिनेट की बैठक में जो भी फैसले लिए गए, वे उन्हें भी मंजूर हैं। उनके जल्दी जाने से सवाल इसलिए खड़े हुए थे क्योंकि इस बैठक में वित्तीय मामलों से जुड़े कई फैसले लिए जाने थे। वह राज्य के वित्त मंत्री भी हैं। उनकी नामौजूदगी में ही कई फैसले ले लिए गए।
पवार ने कहा कि राज्य की कैबनेट विभागों की आपत्तियों से ऊपर है। इसें वित्त विभाग भी शामिल है। चुनाव से पहले महायुति सरकार ने कई योजनाओं की शुरुआत की है। वहीं वित्त विभाग बजट की कमी की बात भी रखचुका है। पवार ने कहा कि गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग को लेकर भी बात चल रही है। उन्होंने कहा, जब सही समय आएगा तब अंतिम फैसले की घोषणा कर दी जाएगी।
बारामती से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कोई साफ जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, अभी सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला बाकी है। हम देखते हैं कि बारामती सीट किसे मिलती है। बता दें कि लोकसभा चुनाव में बारामती से अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को उनकी चचेरी बहन सुप्रिया सुले के सामने हार का सामना करना पड़ा था। पवार ने ऐलान किया कि सायाजी शिंदे एनसीपी के स्टार प्रचारक होंगे।
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कैबिनेट मीटिंग छोड़कर क्यों चले गए थे अजित पवार? खुद बताई वजह, सीट शेयरिंग पर कही बड़ी बात