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बलूचिस्तान में हमले में मारे गए लोगों की शिनाख्त के लिए शवों को अस्पताल में रखा गया है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में शुक्रवार को एक प्राइवेट कोयला खदान पर आतंकी हमले में 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि 7 घायल हो गए। पाकिस्तानी मीडिया डॉन के मुताबिक, कुछ हमलावरों ने डूकी क्षेत्र में जुनैद कोल कंपनी की खदान पर हमला कर दिया।
इस दौरान उन्होंने रॉकेट और हैंड ग्रेनेड समेत कई आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया। डूकी के डिस्ट्रिक्ट काउंसिल चेयरमैन खैरुल्लाह नासिर ने कहा कि हमलावरों ने 10 कोल इंजन और मशीनों में आग भी लगा दी। हमले में मारे गए लोग पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों से हैं।
इनमें से कुछ अफगानिस्तान के रहने वाले भी हैं। पुलिस और सिक्योरिटी फोर्स की टीम ने हमलावरों को पकड़ने के लिए इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। अब तक किसी भी विद्रोही या आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हमले के बाद डूकी में कई जगह प्रदर्शन भी शुरू हो गए हैं।

कराची में हमले के बाद कई गाड़ियों में आग भी लग गई थी।
दावा- हमलावरों ने खदान कर्मियों को इकट्ठा कर गोली मारी
कतर के मीडिया हाउस अलजजीरा ने स्थानीय पुलिस अधिकारी के हवाले से जानकारी दी कि हमलावरों ने खदान में काम करने वाले सभी कर्मियों को एक जगह इकट्ठा कर गोली मार दी। यह पाकिस्तान में पिछले 4 दिनों में दूसरा आतंकी हमला है।
इससे पहले 6 अक्टूबर को भी देर रात कराची एयरपोर्ट के पास एक विस्फोट हुआ था। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 11 घायल हुए थे। हमले के बाद चीन की एम्बेसी ने इसकी जांच की मांग की थी। इस पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुद जांच का नेतृत्व करने का आश्वासन दिया था।
अगस्त में पाकिस्तान में 3 आतंकी हमलों में 73 की मौत हुई थी

मरने वालो में 3 नागरिक बलूचिस्तान के थे। इनके अलावा 20 नागरिक पंजाब के रहने वाले थे।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में अगस्त में अलग-अलग आतंकी हमले में कम से कम 73 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली थी। इसके बाद पाकिस्तानी आर्मी ने बयान जारी कर बताया था कि बलूचिस्तान में जवाबी कार्रवाई में 21 आतंकियों को भी ढेर कर दिया।
मार्च में पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट पर आतंकी हमला हुआ था
इसी साल मार्च में पाकिस्तान में चीन की मदद से बनाए जा रहे ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी (GPA) पर आतंकी हमला हुआ था। ग्वादर के कॉम्प्लेक्स में कई धमाके और फायरिंग हुई। यहीं एक पासपोर्ट ऑफिस भी था, जो धमाके में तबाह हो गया था। 8 आतंकी भी मारे गए थे। मारे गए आठों लोग बलूचिस्तान के प्रतिबंधित संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के थे।
फरवरी में चुनाव से एक दिन पहले धमाके में 24 की मौत हुई थी

निर्दलीय उम्मीदवार के ऑफिस के बाहर धमाका बाइक में रखे विस्फोटक सामान की वजह से हुआ था। (फोटो- राणा माल्ही)
फरवरी में पाकिस्तान चुनाव से एक दिन पहले बलूचिस्तान में दो ब्लास्ट हुए। पहला धमाका पिशिन शहर में हुआ। इसमें 12 लोगों की मौत हुई और 30 घायल हो गए। यह धमाका निर्दलीय उम्मीदवार असफंद यार खान काकड़ के ऑफिस के बाहर हुआ। धमाके के दौरान काकड़ दफ्तर में मौजूद नहीं थे।
इसके कुछ ही देर बाद दूसरा धमाका बलूचिस्तान के ही किला सैफुल्लाह शहर में जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम (JUI-F) पार्टी के कैंडिडेट मौलाना अब्दुल वासे के ऑफिस के बाहर हुआ। इस हमले में 12 लोगों की मौत हुई है, जबकि 25 घायल हुए हैं। दोनों धमाकों में कुल 24 लोगों की मौत हो गई।
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बलूचिस्तान में 130 पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा:बलूच आर्मी ने 12 जगह हमले किए, इनमें से 7 फिदायीन अटैक

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने अगस्त में 130 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराने का दावा किया था। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने 14 सैनिकों के मारे जाने की बात मानी थी। बलूचिस्तान पोस्ट के मुताबिक BLA ने ‘ऑपरेशन हेरोफ’ के तहत बूलचिस्तान में 12 अलग-अलग जगहों पर हमले किए थे। पूरी खबर पढ़ें…
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पाकिस्तान में 4 दिन में दूसरा आतंकी हमला: 20 की मौत, बलूचिस्तान की कोयला खदान में रॉकेट और हैंड ग्रेनेड से अटैक किया

