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फोटो: 21रेवाड़ी। घर-घर जाकर लार्वा चैक करते स्वास्थ्य विभाग के कर्मी। स्रोत: विभाग
संवाद न्यूज एजेंसी
रेवाड़ी। डेंगू पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। वीरवार को एक साथ 11 नए डेंगू संक्रमित मिले। इनमें सहारनवास में दो, गोकलगढ़, बुडानी, कुमरोद्धा, छुरियावास, भूडला, कुंडल, शक्तिनगर, देवनगर, बलभद्र सराय में एक-एक पीड़ित पाए गए। अब जिले में डेंगू पीड़ितों की संख्या 110 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी डेंगू पीड़ित मिल रहे हैं। वीरवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 3215 घरों में मच्छरों के लार्वा की जांच की। डिप्टी सिविल सर्जन एवं नोडल अधिकारी डॉ. अमित यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से 96 संदिग्ध मरीजों के रक्त लेकर जांच की गई। इनमें से 11 डेंगू पॉजिटिव मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 2917 डेंगू के संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए हैं। इनमें डेंगू के 110 मरीज मिल चुके हैं। टीम अभी तक जिलेभर के 14 लाख 20 हजार 466 घरों की जांच कर चुकी है। सर्वे के दौरान टीमों को घरों में लार्वा मिलने पर 3317 घरों के मालिकों को नोटिस दिया गया है।
फिलहाल जिले में डेंगू के 16 मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में भर्ती 90 मरीजों को छुट्टी मिल चुकी है। डेंगू के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए सैंपलिंग भी बढ़ा दी गई है। अबतक रेवाड़ी शहरी क्षेत्र में 48, सीएचसी गुरावड़ा क्षेत्र में 12, सीएचसी मीरपुर क्षेत्र में 16, सीएचसी बावल में 8, सीएचसी खोल में 8, सीएचसी नाहड़ में 9 पीड़ित मिल चुके हैं।
पिछले 10 वर्ष में मिले डेंगू के केस : 2015 में 10, 2016 में 10, 2017 में 137, 2018 में 82, 2019 में 27, 2020 में 39, 2021 में 306, 2022 में 324 और 2023 में 406 डेंगू पीड़ित मिले थे।
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डेंगू व मलेरिया के लक्षण
डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर दिन में काटता और स्थिर व साफ पानी में पनपता है। तेज बुखार, बदन, सिर व जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे या चकत्ते का निशान, नाक-मसूड़ों से या उल्टी के साथ रक्त स्राव और काला पखाना होना डेंगू के लक्षण हैं। इसी प्रकार सिर दर्द होना, शरीर में कंपन, ठंड लगना, थकान, बुखार आना, उल्टी होना, जी मिचलना, चक्कर आना मलेरिया के लक्षण हैं। यदि तेज बुखार हो तो अपना इलाज कराएं।
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ऐसे करें डेंगू-मलेरिया से बचाव
हेल्थ इंस्पेक्टर बिरेंद्र सिंह ने बताया कि डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए घर में आसपास साफ-सफाई रखें। ठहरे हुए पानी में काला तेल डालें। घरों के बर्तन, कूलर, पानी की टंकी की सफाई करते रहें, जिससे मच्छरों का लार्वा न पनप सके। डेंगू व मलेरिया के लक्षण होने पर ब्लड की जांच कराकर डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लें। ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थ का सेवन करें।
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