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फोटो : 9रेवाड़ी। लारवा को पनपने से रोकने के लिए नाली में दवा डालते स्वास्थ्य कर्मी। स्रोत : व
संवाद न्यूज एजेंसी
रेवाड़ी। जिले में जुलाई से अबतक डेंगू संक्रमित 82 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से करीब 70 स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं मलेरिया के 6 मामले आए हैं।
जिले में डेंगू व मलेरिया के मरीज लगातार मिल रहे हैं। इस पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच अभियान चला रहा है। बुखार पीड़ितों के रक्त के नमूने लिए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में जुलाई से अब तक 82 डेंगू और 6 मलेरिया के मरीज मिले हैं। पिछले वर्ष से यह आंकड़ा कम है। 2023 में 406 केस मिले थे। रेवाड़ी शहर से सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। शहर में 34, गुरावड़ा में 12, मीरपुर में 11, बावल में 7 और खोल में 4 व नाहड़ में 5 डेंगू के मरीज पाए जा चुके हैं। अभी तक जिले में 2499 लोगों के रक्त के नमूने लिए गए हैं। चुनाव के चलते सैंपल लेने की प्रक्रिया थोड़ी धीमी पड़ गई थी। अब सोमवार से फिर से सैंपल लेने का कार्य तेज होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी बढ़ने के बाद ही डेंगू का प्रकोप कम होगा।
प्लेटलेट्स कम होने पर घबराने की जरूरत नहीं
जिला डेंगू एवं मलेरिया नियंत्रण अधिकारी डॉ. अमित यादव ने बताया कि बुखार में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। बदलते मौसम में ऐसी समस्याएं आम हैं। यदि किसी के खून में प्लेटलेट्स की कमी होती है तो जरूरी नहीं कि वह डेंगू से पीड़ित है। डेंगू मरीज को तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, गले में दर्द, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मिचली आना, उल्टी, हड्डियों या मांसपेशी में दर्द, चकत्ते, पेटदर्द, खून की उल्टी, तेज सांस चलना, मसूड़ों से खून आने की समस्या होती है। रोगी को डेंगू व अन्य बीमारी का खतरा दिखाकर टेस्ट करवाना गलत है। किसी मरीज का टेस्ट उसमें पाए जाने वाले लक्षण पर किए जाते हैं।
वर्जन:
स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर मच्छर के लार्वा की जांच कर रही हैं। जहां डेंगू के मरीज ज्यादा मिल रहे हैं, वहां फॉगिंग कराई जा रही है। डेंगू को खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयास कर रहा है। आम लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है।- डॉ. अमित यादव, नोडल अधिकारी, डेंगू एवं मलेरिया।
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Rohtak News: जुलाई से अबतक 82 डेंगू संक्रमित मिले, करीब 70 हुए स्वस्थ