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- ICICI Prudential AMC IPO: Listing On 19 December, Oversubscribed 39.17 Times | Chintan Haria Interview
भोपाल9 मिनट पहलेलेखक: प्रवेश कुमार जैन
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ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के IPO की लिस्टिंग 19 दिसंबर को होगी। तीन दिन में कंपनी के IPO को टोटल 39.17 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। IPO की लिस्टिंग से पहले दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के प्रिंसिपल इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी चिंतन हरिया ने कंपनी और IPO से जुड़ी कई बातें शेयर कीं। पढ़िए पूरा इंटरव्यू…
कंपनी की शुरुआत से अब तक की जर्नी कैसी रही और आगे क्या प्लान्स हैं?
कंपनी की शुरुआत करीब 36 साल पहले हुई थी। ये ICICI बैंक और प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन का जॉइंट वेंचर है और भारत के सबसे पहले प्राइवेट सेक्टर म्यूचुअल फंड्स में से एक है। शुरुआत में म्यूचुअल फंड्स निवेशकों के लिए एक नया इन्वेस्टमेंट था और ओवरऑल सेविंग्स के टर्म में काफी छोटा था। हालांकि, पिछले 10 सालों में फाइनेंशियल सेविंग्स के लिए म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट एक बहुत ही इंपोर्टेंट जरिया बन चुका है।
10 साल पहले बैंक डिपॉजिट की 13% हिस्सेदारी म्यूचुअल फंड्स की थी, जो आज बढ़कर 28% हो चुकी है। अब भारत की इकोनॉमी की ग्रोथ के साथ-साथ डिपॉजिट्स भी बढ़ रहे हैं और म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी भी बढ़ रही है। पिछले 32 सालों में हमारी कंपनी ने भी अच्छी ग्रोथ हासिल की है। हमने कोर इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कैपेबिलिटी को बिल्ड किया है, तभी हम छोटे से बड़े होते गए और हमारे फंड्स के टाइप्स भी बढ़ते गए।
आज भारत में इक्विटी से लेकर म्यूचुअल फंड्स में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी हमारी है। इसके अलावा हमारी कंपनी आज भारत में सबसे ज्यादा मुनाफा हासिल करने वाली कंपनी है। साथ ही हम इंडस्ट्री में 20% ऑपरेटिंग प्रॉफिट से ज्यादा हासिल करने वाली कंपनी भी हैं। हमारी कंपनी इन्वेस्टमेंट पर फोकस कर बढ़ी हुई है। आगे भी हम भारत की ग्रोथ के साथ जुड़े रहेंगे और आगे बढ़ते रहेंगे।

ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के प्रिंसिपल इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी, चिंतन हरिया।
IPO के बाद कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी कितनी रहेगी?
कंपनी के दो शेयर होल्डर्स- ICICI बैंक लिमिटेड और प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन होल्डिंग्स लिमिटेड हैं। इन दोनों में से ICICI बैंक IPO में अपनी कोई भी हिस्सेदारी नहीं बेच रहा है। बैंक ने कुछ समय पहले प्रूडेंशियल कॉर्प से 2% हिस्सेदारी खरीदी है। वहीं प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन इश्यू में अपनी लगभग 10% हिस्सेदारी बेच रही है।
कंपनी को आगे सेबी के नियमों के मुताबिक, अगले 5 साल में पब्लिक होल्डिंग को 25% तक करना है। प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन ने कंपनी में 25 साल से ज्यादा निवेश किया है, इस वजह से अपनी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है। इश्यू के बाद कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 100% से घटकर करीब 90% रह जाएगी।
IPO पूरी तरह OFS है, तो लिस्टिंग के बाद कंपनी कैपिटल कैसे जनरेट करेगी?
IPO पूरी तरह OFS है, क्योंकि एसेट मैनेजमेंट कंपनी को ग्रो होने के लिए कैपिटल की जरूरत नहीं पड़ती है। पिछले कई सालों से कंपनी को जो मुनाफा हो रहा था, उसका 80% हिस्सा हम प्रमोटर्स और निवेशकों को डिविडेंड के रूप में दे रहे थे। अब हमें जो भी मुनाफा होगा, उसका 60% हिस्सा शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड के रूप में देंगे।
IPO के बाद निवेशकों को क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं?
निवेशक आम तौर पर इक्विटी में लॉन्ग टर्म के लिए ही इन्वेस्ट करते हैं। अगर कंपनी ग्रो करती है, तो उसका शेयर भी ग्रो करता है और उसी के साथ निवेशकों का इन्वेस्टमेंट भी बढ़ता है। उसके अलावा हम कंपनी को जो भी मुनाफा होगा, उसका 60% हिस्सा शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड के रूप में देंगे।
इसके अलावा हमारी कंपनी भारत की ग्रोथ के साथ जुड़ी है। अगर निवेशकों को भी भारत की ग्रोथ के साथ जुड़ना है, तो यह बहुत अच्छा मौका है। जैसा कि हम अब तक मैनेज करते आए हैं, आगे भी वैसा ही करते रहेंगे, तो निवेशकों को उसका फायदा मिलेगा।
नए म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म्स से कितना कॉम्पिटिशन मिल रहा है?
हमने ऐसा देखा है कि जिस भी मार्केट में ग्रोथ होती है, वहां नए प्लेयर्स आते ही हैं। जैसे-जैसे नए प्लेयर्स आते हैं, तो इंडस्ट्री ग्रो होती है। हमारा ऐसा मानना है कि नए प्लेयर्स के आने से कॉम्पिटिशन नहीं बढ़ता है, बल्कि मार्केट का प्राइस बढ़ रहा है। मार्केट का प्राइस बढ़ने के कारण नए निवेशक जुड़ते हैं।
ऐसे में हमारा पास इन नए निवेशकों को जोड़ने का मौका बन जाता है। हमारे लिए कॉम्पिटिशन आना एक बढ़ी अपॉर्चुनिटी है। हम उसे कॉम्पिटिशन नहीं मानते हैं। उसे हम मार्केट क्रिएशन मानते हैं। ऐसे में हमारी ग्रोथ और अच्छी हो सकती है।
पिछले पांच सालों में 65 न्यू फंड ऑफर्स लॉन्च करने के पीछे क्या स्ट्रेटेजी है?
हमारे लिए NFO एक इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी है। अगर आप देखें पिछले पांच सालों में 65 NFO आए हैं, इसमें ज्यादातर इंडेक्स फंड और ETF हैं। इसके अलावा फ्लेक्सी फंड्स भी आए हैं।
हमारी पॉलिसी है कि निवेशकों को लॉन्ग टर्म में अच्छे प्रोडक्ट्स और स्कीम्स ऑफर कर सकें। जैसे-सिल्वर और गोल्ड ETF में निवेशकों को अच्छा फायदा मिला है। ऐसे ही जितने भी सेक्टर्स स्कीम्स हैं, हम उन्हें कवर करने की कोशिश कर रहे हैं।
टोटल इक्विटी AUM का कितना प्रतिशत ICICI बैंक के कस्टमर्स से आता है?
टोटल इक्विटी AUM का 9% ICICI बैंक के कस्टमर्स से आता है, बाकी 91% अदर से आता है। इसके अलावा भारत में हमारा डिस्ट्रीब्यूशन काफी बढ़ा है।
लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए लिस्टिंग के बाद स्टॉक को होल्ड करने की क्या सलाह है?
हमारा मानना है कि निवेशकों को लॉन्ग टर्म के लिए ही सोच कर निवेश करना चाहिए। कम से कम 3 से 5 साल के लिए तो निवेश करना ही चाहिए, चाहे वो IPO हो, शेयर हो या कोई भी म्यूचुअल फंड हो।
अब हम आपको इस इश्यू से जुड़ी डीटेल्स बता रहे हैं…
IPO की लिस्टिंग 19 दिसंबर को होगी
ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के IPO की लिस्टिंग 19 दिसंबर को होनी है। कंपनी का 10,600 करोड़ रुपए का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए 12 दिसंबर को ओपन और 16 दिसंबर को क्लोज हुआ था। तीन दिन में कंपनी के IPO को टोटल 39.17 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। वहीं रिटेल कैटेगरी में इसे 2.53 गुना सब्सक्राइब किया गया है।
इसका प्राइस बैंड 2,061 से 2,165 रुपए तय किया गया है। यह पूरा इश्यू ऑफर फॉर सेल है, यानी कंपनी कोई नया शेयर जारी नहीं कर रही है। इसकी मौजूदा जॉइंट वेंचर पार्टनर ब्रिटेन की कंपनी प्रूडेंशियल कॉरपोरेशन होल्डिंग्स अपने 4.89 करोड़ शेयर बेच रही है। IPO की ओपनिंग से पहले कंपनी ने 149 एंकर इनवेस्टर्स से 3,022 करोड़ रुपए जुटाए हैं। इश्यू के जरिए कंपनी अपनी 9.9% हिस्सेदारी बेच रही है।

प्री-IPO राउंड में 4,815 करोड़ जुटाए
एसेट मैनेजमेंट मार्केट में अकेले 13.3% हिस्सेदारी वाली कंपनी ने IPO से पहले राउंड में (प्री-IPO) 4,815 करोड़ रुपए जुटाए। इस प्री-राउंड में कंपनी ने 2,165 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 2,22,40,841 इक्विटी शेयर प्राइवेट प्लेसमेंट से जारी किए। प्रशांत जैन, झुनझुनवाला फैमिली, मनीष चोकानी, मधुसूदन केला समेत 26 मार्की इन्वेस्टर ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के प्री-IPO राउंड में शामिल हुए।
मार्की इन्वेस्टरों ने प्री-IPO राउंड में करीब 4,815 करोड़ रुपए डाले हैं। इसमें लूनेट कैपिटल राकेश झुनझुनवाला का एस्टेट, द रीजेंट्स ऑफ द यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया- IIFL एसेट मैनेजमेंट, सर्व इन्वेस्टमेंट्स, 3P इंडिया इक्विटी फंड, PI अपॉर्चुनिटीज़ फंड-II, 360One फंड्स, DSP इंडिया फंड, व्हाइटओक कैपिटल इंडिया अपॉर्चुनिटीज़ फंड, HCL कैपिटल, मनीष चोकानी और मधुसूदन केला जैसे बड़े नाम शामिल हुए।
ICICI बैंक ने 2% हिस्सेदारी खरीदी
प्री-IPO राउंड में इंश्योरेंस कंपनियों ने भी हिस्सा लिया। इसमें SBI लाइफ, HDFC लाइफ, कोटक लाइफ इंश्योरेंस, आदित्य बिड़ला सन लाइफ इंश्योरेंस, बजाज लाइफ इंश्योरेंस, टाटा AIG जनरल इंश्योरेंस और गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस।
इसके अलावा, केडारा कैपिटल पब्लिक मार्केट्स फंड, TIMF होल्डिंग्स, मालाबार इंडिया फंड और क्लैरस कैपिटल शामिल हुए। वहीं, ICICI बैंक ने 2,140 करोड़ रुपए लगाकर कंपनी में अतिरिक्त 2% हिस्सेदारी खरीदी थी।
10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व
कंपनी के इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा गया था। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व था।
1993 में हुई थी कंपनी की शुरुआत ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी की शुरुआत 1993 में हुई थी। कंपनी कुल 143 इन्वेस्टमेंट स्कीम्स ऑफर करती है। इसके पास 10.87 लाख करोड़ रुपए के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) मौजूद हैं।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।
Source: https://www.bhaskar.com/business/news/icici-prudential-amc-ipo-listing-december-19-chintan-haria-interview-subscription-details-136687140.html

