[ad_1]
रेवाड़ी। सोनीपत के खूबडू हेड से जेएलएन नहर में छोड़ा गया पानी शुक्रवार शाम जिले के नहर में आ गया। जनस्वास्थ्य विभाग के अनुसार दो दिन तक वाटर टैंकों को भरा जाएगा। 15 दिसंबर से शहर में पेयजल सप्लाई नियमित होगी।
दरअसल इस बार खूबडू हेड से पानी छोडने का शेड्यूल बदला गया है। यानी 4 की जगह 5 ग्रुप बनाए गए हैं। इसी वजह से 8 दिन की देरी से पानी छोड़ा गया है। जवाहरलाल नेहरू कैनाल में 3 दिसंबर को पानी छोड़ा जाना था। पानी के देरी से छोड़े जाने पर 4 दिसंबर से अल्टरनेट डे सप्लाई दी जा रही है। इससे शहरवासियों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सिंचाई विभाग के अनुसार रबी सीजन में ग्रुप में बदलाव होता है। इसलिए शेड्यूल बदलने से ही सप्लाई में देरी हुई है।
इंसेट
दो दशक में भी अतिरिक्त जलघर नहीं बना
शहर में पेयजल के लिए अतिरिक्त जलघर की दो दशक से जरूरत है। इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है लेकिन अभी नहीं मिल सकी है। ई-भूमि पोर्टल के जरिए भी जमीन देखी गई है। जमीन पोर्टल पर तो डाली गई है, जो केस बनाकर सरकार के पास भेजा हुआ है। अभी योजना सिरे नहीं चढ़ सकी है। जमीन मिलने पर ही वाटर टैंक का समाधान हो सकता है।
वाटर टैंकों में 15 से 20 दिन का पानी हो सकता है स्टोरेज
शहर की पेयजल सप्लाई नहरी पानी पर आधारित है। सोनीपत के खूबडू हेड से पानी छोड़ा जाता है और जेएलएन से होते हुए कालाका में 5 व लिसाना में 3 वाटर टैंकों में पानी का स्टोरेज होता है। लिसाना में अतिरिक्त पानी का स्टोरेज हो जाता है लेकिन कालाका में अतिरिक्त पानी जमा नहीं हो पाता। यहां से अधिकतम 15 से 20 दिन ही पानी की नियमित आपूर्ति हो सकती है। इसलिए शेड्यूल बदलते ही पानी की समस्या गहरा गई है। गर्मी के दिनों मई, जून, जुलाई व अगस्त में तो यह समस्या हर माह रहती है लेकिन अब सर्दी में भी समस्या पैदा हो गई है। अब 4 दिसंबर से पेयजल की अल्टरनेट डे आपूर्ति हो रही है।
इंसेअ
यह रहा नया शेड्यूल
अभी तक 16 दिन नहर में पानी का क्लोजिंग टाइम था और 16 दिन ही नहर में पानी चलता था लेकिन अब नए शेड्यूल अनुसार 24 दिन पानी नहर में बंद रहेगा और 16 दिन पानी रनिंग रहेगा।
वर्जनदो दिन वाटर टैंकों को भरा जाएगा। गैज बनने के बाद ही सोमवार से सप्लाई नियमित की जा सकेगी। ऐसे में पानी का सदुपयोग करें ताकि समस्या न हो।
[ad_2]
Rewari News: नहर में आया पानी, 15 से होगी नियमित होगी आपूर्ति


