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भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे वैभव सूर्यवंशी ने साल 2025 के आखिर में एक बार फिर अपने बल्ले से तहलका मचा दिया. अंडर-19 एशिया कप 2025 के पहले ही मुकाबले में यूएई के खिलाफ उन्होंने 171 रन की विस्फोटक पारी खेली. 14 साल की उम्र में ऐसा कारनामा करना अपने आप में खास है. वैभव ने इस पारी में 14 छक्के और 9 चौके लगाए और सिर्फ 56 गेंदों में शतक पूरा किया. इसके बावजूद यह पारी आईसीसी की आधिकारिक रिकॉर्ड बुक में शामिल नहीं की गई. अब सवाल है, आखिर क्यों?
कितनी खास थी वैभव सूर्यवंशी की पारी?
वैभव ने 95 गेंदों पर 180 की स्ट्राइक रेट से 171 रन बनाए. उन्होंने 30 गेंदों में अर्धशतक, 56 गेंदों में शतक और 84 गेंदों में 150 रन पूरे किए. अगर यह पारी आधिकारिक मानी जाती, तो यह यूथ वनडे क्रिकेट में तीसरा सबसे तेज शतक होती. इतना ही नहीं, एक पारी में 14 छक्के लगाना भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बन सकता था.
ICC रिकॉर्ड में शामिल क्यों नहीं हुई यह पारी?
असल वजह आईसीसी के नियम हैं. भारत और यूएई के बीच खेला गया यह मुकाबला आधिकारिक यूथ वनडे नहीं था. यूएई एक एसोसिएट देश है. इसके चलते अंडर-19 एशिया कप में सिर्फ उन्हीं मैचों को यूथ वनडे का दर्जा मिलता है, जिनमें दोनों टीमें टेस्ट खेलने वाले देश हों. इसी वजह से वैभव की यह पारी रिकॉर्ड बुक में दर्ज नहीं की गई.
किन मैचों को मिलता है यूथ वनडे का दर्जा?
आईसीसी के अनुसार, अंडर-19 वर्ल्ड कप में एसोसिएट देशों के खिलाफ खेले गए मैचों को यूथ वनडे माना जाता है. हालांकि एशिया कप जैसे टूर्नामेंट में यह दर्जा सिर्फ टेस्ट खेलने वाले देशों के मुकाबलों को ही मिलता है. यही वजह है कि भारत-पाकिस्तान जैसे मैच आधिकारिक होते हैं, लेकिन भारत-यूएई नहीं.
वैभव सूर्यवंशी का आधिकारिक रिकॉर्ड कैसा है?
रिकॉर्ड बुक में यह पारी शामिल न होने के बावजूद वैभव का करियर आंकड़ों से भरा हुआ है. उनके नाम इंग्लैंड अंडर-19 के खिलाफ बनाया गया एक आधिकारिक यूथ वनडे शतक दर्ज है. इसके अलावा यूथ टेस्ट क्रिकेट में दो शतक और एक अर्धशतक भी उनके खाते में हैं.
सीनियर क्रिकेट में भी दिखा वैभव का जलवा
अंडर-19 क्रिकेट के अलावा वैभव सीनियर स्तर पर भी कमाल कर चुके हैं. उनके नाम सीनियर टी20 क्रिकेट में तीन शतक हैं. आईपीएल 2025, राइजिंग स्टार्स एशिया कप और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनकी विस्फोटक पारियां उनकी बड़ी पहचान बन चुकी हैं.
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वैभव सूर्यवंशी की 171 रन की ऐतिहासिक पारी आईसीसी रिकॉर्ड में क्यों नहीं गिनी गई? क्या है वजह

