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रोहतक। कर्नाटक की लाल रेतीली मिट्टी का शकरकंद रोहतक के लोगों को भा रही है। सर्दी में इसकी मांग बढ़ गई है। गत माह तक जिले में जहां इसकी आवक तीन टन थी वहीं अब इसमें वृद्धि हुई हैं।
कर्नाटक की लाल मिट्टी में पैदा किए जाने वाला शकरकंद अपनी मिठास और पोषक तत्वों के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि सर्दी में यहां पर इसका बड़े स्तर पर कारोबार होता है।
नई सब्जी मंडी के पूर्व प्रधान सोनू छाबड़ा ने बताया कि मंडी में प्रतिदिन पांच टन शकरकंद की आवक हो रही है। इसमें कर्नाटक के बेलगांव से बड़ी मात्रों में इसकी आवक है। कर्नाटक में होने वाला लाल रंग का शकरकंद फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है।फाइबर की भरपूर मात्रा होने के कारण इसे उबालकर या भूनकर खाने से सर्दी में शरीर को ताकत मिलती है। छाबड़ा के अनुसार कर्नाटक का शकरकंद लाल रंग का होने के साथ ही अधिक मोटे आकार का व मीठा भी होता है। इसी कारण ग्राहक इसे खरीदना पसंद करते हैं। हालांकि, कर्नाटक के अलावा राजस्थान से हल्के भूरे रंग का शकरकंद भी मंडी में आ रहा है लेकिन कर्नाटक का शकरकंद ज्यादा पसंद आ रहा है।
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Rohtak News: उपभोक्ताओं को कर्नाटक के शकरकंद का भा रहा स्वाद


