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पुरानी पेंशन बहाली की ओर से 25 नवंबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर किए गए शांतिपूर्ण प्रदर्शन को लेकर समिति के राष्ट्रीय संगठन सचिव, हरियाणा राज्य प्रधान विजेंद्र धारीवाल सहित 4 पदाधिकारियों पर एफआईआर दर्ज करने के विरोध में लघु सचिवालय के बाहर एफआईआर की प्रतियां फूंकी। शाम 4 बजे देशभर के सभी जिला मुख्यालयों पर एफआईआर की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
समिति के जिला प्रधान दिनेश पाबड़ा ने कहा कि इस प्रकार शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन के बावजूद एफआईआर करना सरकार की कायरता और आंदोलन की मजबूती को दिखाता है। हमारी बात जहां हम पहुंचाना चाहते थे वहां पहुंच चुकी है। जिसकी वजह से प्रशासन और सरकार बौखलाहट में ऐसे कदम उठा रही है। केवल हरियाणा ही नहीं बल्कि तमाम भारत देश का कर्मचारी अपने इस मुद्दे पर संगठित होकर खड़ा है। सरकार इस प्रकार तानाशाही से हमारे आंदोलन को न दबा सकती है, ना झुका सकती है, ना रोक सकती है और ना ही तोड़ सकती है। कर्मचारी बहुत मजबूती से आंदोलन के साथ खड़ा है और खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार भारत देश के संविधान की मर्यादा को मानते हुए तुरंत एफआईआर को रद्द करे और साथ ही कर्मचारियों के हक और अधिकार पुरानी पेंशन की बहाली के लिए कदम बढ़ाए। इस मौके पर पेंशन बहाली के संगठन सचिव सुखबीर दूहन, राज्य कार्यकारिणी सदस्य स्वराज वर्मा, अमर कुमार, नरेश जांगडा, जिला महासचिव मनोज कुंडू, कार्यकारिणी सदस्य चरण सिंह, पंकज खटक,नितिन पुहाल, श्रुति कल्याणी, सीएडब्ल्यूएस के राज्य सचिव अनिल ग्रेवाल, जिला प्रधान जितेंद्र श्योराण, थर्मल खेदड़ प्रधान सुरेश सहारण, हरियाणा रोडवेज से हनुमान बिश्नोई, अध्यापक संसार से पवनकुमार, जिला प्रधान प्रमोद जांगड़ा, सर्व कर्मचारी संघ से विनोद प्रभाकर, राजकीय अध्यापक शिक्षक से भूपेंद्र, हरियाणा कर्मचारी महासंघ से देशराज वर्मा, स्वास्थ्य विभाग से मनोज सिवाच, लीलू राम , मनोज कुमार, दयावंती, मनिता, मधु, निर्मल रेखा, सुमन आदि सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहे।
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हिसार: पुरानी पेंशन बहाली समिति ने किया प्रदर्शन, जलाई एफआईआर की प्रतियां

