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रेवाड़ी। भारतीय किसान यूनियन चढूनी की बैठक महिला उपाध्यक्ष मनीषा यादव की अध्यक्षता में किसान भवन में संपन्न हुई। इसमें जिले भर के किसान नेता शामिल हुए। बैठक के बाद संगठन ने अपनी लंबित मांगों को लेकर उपायुक्त अभिषेक मीणा को ज्ञापन सौंपा।
जिला प्रधान समय सिंह ने बताया कि किसानों को अब तक कई योजनाओं की राशि नहीं मिल पाई है, जिससे किसानों में गहरी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि भावांतर भरपाई योजना (2023) की राशि आज तक किसानों के खातों में जमा नहीं हुई है। इसी तरह बाजार भावांतर योजना के तहत मिलने वाला भुगतान भी अभी तक जारी नहीं किया गया।
प्रधान समय सिंह ने कहा कि क्षतिपूर्ति पोर्टल खुलने की जानकारी किसानों को ठीक से नहीं दी गई, जिसके कारण कई किसान आवेदन ही नहीं कर पाए। साथ ही वर्ष 2024-25 में ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसल को 40 प्रतिशत तक नुकसान हुआ था, लेकिन अब तक किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ यह कहती रहती है कि एमएसपी थी, एमएसपी है और एमएसपी रहेगी, लेकिन जमीन पर किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा। किसी भी राजनीतिक दल या नेता ने किसानों की इन गंभीर समस्याओं पर आवाज नहीं उठाई है।
यूनियन ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने 10 दिसंबर तक किसानों की मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं की, तो रेवाड़ी में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर जिला कार्यकारिणी प्रधान राजेंद्र कुमार गेरा, राजकुमार, अशोक कुमार लोहाणा, शीशराम, जगदीश गुर्जर, लोकेश बावल, कुलदीप , मुन्नी बूढ़पुर, ममता यादव सहित कई किसान नेता उपस्थित रहे।
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Rewari News: भावांतर और क्षति-पूर्ति राशि न मिलने पर 10 दिसंबर से बड़े आंदोलन की चेतावनी


