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30 की उम्र से पहले जान लें ये सीक्रेट! ऐसे बांटें अपना निवेश और तैयार करें सबसे मजबूत रिटायरमें Business News & Hub

30 की उम्र से पहले जान लें ये सीक्रेट! ऐसे बांटें अपना निवेश और तैयार करें सबसे मजबूत रिटायरमें Business News & Hub

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Retirement Planning India: आज की बदलती दुनिया में नौकरीपेशा लोगों को अपनी रिटायरमेंट की चिंता अक्सर बनी रहती हैं. बढ़ती महंगाई, मेडिकल इमरजेंसी और नौकरी की अनिश्चितता ने तो इसे और बढ़ा दिया है. लेकिन समय पर लिए गए वित्तीय निर्णय आपकी इस समस्या का हल बन सकते हैं. अगर आप समय के अनुसार रिटायरमेंट को लेकर प्लान बनाते हैं तो, इससे आपका तनाव तो कम होगा ही, साथ ही आपका एक सेफ रिटायरमेंट प्लान भी तैयार हो जाएगा.

रिटारयमेंट की तैयारी से पहले सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP), एम्प्लॉइज प्रॉविडेंट फंड (EPF) और नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) जैसे कुछ विकल्पों के बारे में आपको जानना चाहिए. साथ ही इनमें निवेश का सही तरीका भी आपको पता होना चाहिए. ताकि आपका बुढ़ापा एक बोझ नहीं, बल्कि नए अनुभवों को सीखने वाला एक सुखद यात्रा बन जाएं….

नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS)

एनपीएस लॉन्ग टर्म निवेश के माध्यम से निवेशकों को स्थिरता के साथ-साथ अच्छी ग्रोथ भी देता है. इस स्कीम को खासतौर पर रिटायरमेंट को ध्यान में रखकर बनाया गया है.  

सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP)

एसआईपी में निवेश आज एक बहुत प्रसिद्ध निवेश साधन बना गया है. इसमें आप छोटी-छोटी राशि में लंबे समय के लिए निवेश करते हैं. बड़ा कॉर्पस बनाने की योजना रखने वाले निवेशक एसआईपी करना पसंद करते हैं. एसआईपी के तहत आपको सालाना 12 फीसदी तक रिटर्न मिल सकता हैं. 

एम्प्लॉइज प्रॉविडेंट फंड (EPF)

ईपीएफ नौकरीपेशा लोगों के लिए रिटायरमेंट का एक सेफ ऑप्शन है. जिसमें उन्हें ब्याज के साथ स्थिरता मिलती है. रिटायरमेंट के समय एकमुश्त राशि कर्मचारियों के बुढ़ापे को सुरक्षित बनाती है.  

निवेश को कैसे बांटें?

20 से 30 साल की उम्र में आमतौर पर रिस्क लेने की क्षमता ज्यादा होती है, इसलिए इस दौर में SIP में करीब 60–70 फीसदी,  EPF तो पहले से ही अनिवार्य होता है, वहीं NPS में कम हिस्सा निवेश कर सकते हैं. 30 से 40 साल की उम्र के बीच में  SIP और EPF दोनों में बैलेंस रखना चाहिए, साथ ही NPS में योगदान धीरे-धीरे बढ़ाना बेहतर विकल्प हो सकता है.

वहीं 50 साल या उससे ज्यादा की उम्र में एसआईपी में कम निवेश और एनपीएस और ईपीएफ में योगदान बढ़ा सकते हैं. 

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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Source: https://www.abplive.com/business/retirement-planning-india-sip-epf-nps-investment-options-how-to-divide-investment-for-safe-future-3050447

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