[ad_1]
तेजस फाइटर जेट को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने बनाया है।
आर्मेनिया ने भारत से तेजस फाइटर जेट खरीदने की बातचीत रोक दी है। इजराइली मीडिया येरुशलम पोस्ट के मुताबिक, यह फैसला 4 दिन पहले दुबई एयरशो में तेजस के क्रैश होने के बाद लिया गया। इस हादसे में भारतीय पायलट विंग कमांडर नमांश सियाल की मौत हो गई थी।
आर्मेनिया, भारत से करीब 1.2 बिलियन डॉलर (₹10 हजार करोड़) में 12 तेजस विमान खरीदने की तैयारी कर रहा था। यह तेजस की पहली विदेशी डील हो सकती थी।
हालांकि, इस पूरे मामले पर आर्मेनिया सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। भारत सरकार ने भी अभी तक इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

भारतीय सेना में MiG-21 को रिप्लेस करेंगे तेजस जेट
तेजस जेट भारतीय वायुसेना के पुराने MiG-21 विमानों की जगह लेने के लिए बनाया गया है। अभी तक वायुसेना को पहली किस्त के सिर्फ 40 तेजस विमान मिले हैं।
अब तेजस का एक उन्नत संस्करण A1 बनना शुरू हुआ है, जिसमें कई आधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी। इसके कई सिस्टम इजराइल की कंपनियों ने डेवलप किए गए हैं।
तेजस A1 में इजराइली कंपनी IAI-Elta का AESA रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और एल्बिट का नया हेलमेट-माउंटेड डिस्प्ले लगाया जाएगा। इसके साथ ही विमान में राफेल द्वारा बनाए गए डर्बी मिसाइल भी लगाए जाएंगे।
पीएम मोदी खुद भी तेजस फाइटर प्लेन में उड़ान भर चुके हैं। उन्होंने 25 नवंबर 2022 को इसमें उड़ान भरी थी। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की फाइटर प्लेन में यह पहली उड़ान थी।
4 खूबियों की वजह से बाकी फाइटर जेट अलग है तेजस
इस वक्त भारतीय वायु सेना के बेड़े में जो टॉप फाइटर जेट हैं उनमें सुखोई Su-30MKI, राफेल, मिराज, MiG-29 और तेजस का नाम शामिल है। तेजस अपनी इन खूबियों की वजह से बाकी के चारों फाइटर जेट से अलग और खास है…
पहली: इस विमान के 50% कलपुर्जे यानी मशीनरी भारत में ही तैयार हुई है।
दूसरी: इस विमान में मॉडर्न टेक्नोलॉजी के तहत इजराइल की EL/M-2052 रडार को लगाया गया है। इस वजह से तेजस एक साथ 10 लक्ष्यों को ट्रैक कर उन पर निशाना साधने में सक्षम है।
तीसरी: बेहद कम जगह यानी 460 मीटर के रनवे पर टेकऑफ करने की क्षमता।
चौथी: यह फाइटर जेट इन चारों में ही सबसे ज्यादा हल्का यानी सिर्फ 6500 किलो का है।

दुबई एयर शो में कैसे हुआ हादसा
शुक्रवार दोपहर करीब 2:10 बजे (भारतीय समय के मुताबिक 3.40 बजे) दुबई एयर शो के आखिरी दिन एरियल डिस्प्ले चल रहा था। इस दौरान भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान तेजस लो-ऐल्टीट्यूड मैन्यूवर कर रहा था।
तभी अचानक उसकी ऊंचाई कम हुई और कुछ ही सेकंड में विमान जमीन पर जा गिरा। मौके पर विमान में धमाके के साथ आग लग गई। इस हादसे में पायलट की मौके पर ही मौत हो गई।
मार्च 2024 में राजस्थान के जैसलमेर में भी तेजस क्रैश हुआ था, लेकिन तब पायलट सुरक्षित इजेक्ट कर गए थे। यह 20 महीने में तेजस का दूसरा हादसा है।

दुबई एयर शो में शुक्रवार को तेजस के क्रैश होने का फुटेज।
[ad_2]
दावा-आर्मेनिया ने भारत से तेजस जेट खरीदने का समझौता रोका: ₹10 हजार करोड़ में 12 विमान की डील होनी थी; दुबई क्रैश के बाद फैसला

