“_id”:”66fee92bd1891f03e50ed9e4″,”slug”:”tag-of-turncoat-now-winning-public-trust-is-challenge-for-tanwar-sirsa-news-c-128-1-shsr1015-126674-2024-10-04″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”अशोक तंवर पर दलबदलू का टैग: अब जनता का भरोसा जीतना चुनौती, 5 साल में बदलीं 4 पार्टी; खुद का खड़ा किया था संगठन”,”category”:”title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”
संवाद न्यूज एजेंसी, सिरसा (हरियाणा)
Updated Fri, 04 Oct 2024 08:48 AM IST
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन छोड़ दिया था, क्योंकि उन्होंने इंडिया गठबंधन का साथ दिया था। कांग्रेस के प्रति नाराजगी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ उनके खराब रिश्तों के कारण उन्होंने ऐसा किया था।
पूर्व सांसद अशोक तंवर – फोटो : संवाद
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राजनीति के इतिहास में ‘आया राम-गया राम’ की कहावत प्रसिद्ध है। हरियाणा के डाॅ. अशोक तंवर ने भी कपड़ों की तरह पार्टियां बदलीं। 5 साल में वे चार पार्टियां बदल चुके हैं। खुद की पार्टी भारत मोर्चा भी बनाई। अब उन पर दलबदलू का टैग लग चुका है। ऐसे में लोगों का भरोसा पाना चुनौती होगा।
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वीरवार को उन्होंने भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। सोशल मीडिया और सिरसा में चर्चाएं जोरों पर हैं कि दलबदलू नेता ने एकबार फिर अपना दल बदल लिया है। हालांकि इस परिवर्तन से सिरसा की राजनीतिक सियासत में हलचल शुरू हो गई है। मतदान से दो दिन पहले डॉ. तंवर के दल बदलने से कई सीटों पर समीकरण का गणित बिगड़ने के आसार हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन छोड़ दिया था, क्योंकि उन्होंने इंडिया गठबंधन का साथ दिया था। कांग्रेस के प्रति नाराजगी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ उनके खराब रिश्तों के कारण उन्होंने ऐसा किया था। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन था। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन्हें अपना भांजा मानते हुए भाजपा से सिरसा लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिलाया। हालांकि भाजपा के पुराने नेताओं ने डॉ. तंवर को टिकट मिलने पर नाराजगी जाहिर की थी। लोकसभा चुनाव 2024 में उनका मुकाबला कांग्रेस की उम्मीदवार कुमारी सैलजा से था। सैलजा ने तंवर को 2,68,497 वोटों से मात दी थी।
अशोक तंवर पर दलबदलू का टैग: अब जनता का भरोसा जीतना चुनौती, 5 साल में बदलीं 4 पार्टी; खुद का खड़ा किया था संगठन