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अंबाला में विज के लिए प्रचार करने पहुंचे मनोहर लाल।
– फोटो : संवाद
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हरियाणा के अंबाला में पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल छावनी विधानसभा क्षेत्र से अनिल विज के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे। इस दौरान दोनों नेता बाजार में साथ-साथ प्रचार करते दिखे। इससे पहले उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
उन्होंने जहां एक तरफ अपनी और विज की मित्रता को बखान किया तो वहीं कांग्रेस पर हमलावर नजर आए। कहा कि हमारे विरोधी दल कांग्रेस ने इस बार शोर मचाया कि हम गठबंधन करने जा रहे हैं, गठबंधन की बात हार की तरफ बढ़ने वाला और कमजोर ही सोचता है। इधर-उधर हार बचाने को हाथ पैर मारता है। इनके घरों में द्वंद्व मचा है, बापू-बेटे का द्वंद।
कभी कुमारी सैलजा के साथ पंगेबाजी तो कभी कोई शिगूफा। इसलिए यह बात भी जनता को पता है कि ये अनुसूचित जाति की महिला को अपमानित कर रहे हैं। उस बहन की बेकद्री की पीड़ा होती है। हमें आज किसी ने बताया कि सैलजा के समर्थक कोर्ट में जा रहे हैं, क्योंकि जो किया है वह एससी-एसटी एक्ट में आता है।
इनके खिलाफ उन धाराओं में कार्रवाई भी कराने वाले हैं। एक और पुराना नेता था जो अनुसूचित जाति से था उसे भी इन्होंने चोटें मारीं। उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा, जोकि पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष था। उसने भी हमारे पास आकर राहत की सांस ली।
आज हम अपनी बहन को कहते हैं कि हमारी पार्टी के द्वार खुले हैं। मनोहर लाल ने अनिल विज के लिए कार्यकर्ताओं से कहा कि जब मैं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में विभाग प्रचारक था तब मेरे पुराने साथी अनिल विज वर्ष 1990 के उपचुनाव में मैदान में थे।
उस समय हम चौटाला सरकार को समर्थन दे रहे थे। चूंकि अंबाला कैंट सीट भाजपा की थी, क्योंकि यहां से विधायक सुषमा स्वराज राज्यसभा चली गईं थीं तो इस सीट पर उपचुनाव हुआ था।
इस सीट पर गठबंधन का कहना था कि यह सीट उन्हें मिलनी चाहिए मगर इस सीट पर हमने चुनाव लड़ा तो इनेलो ने भी अपने प्रत्याशी को उतारा। उस समय सरकार के विरोध के बावजूद हमने अनिल विज को यहां से जिताया था। मनोहर लाल ने कहा कि इस घटना से हमने बताया है कि हम किस प्रकार से एक दूसरा का सहयोग करने वाले साथी हैं। लगातार सरकार में हमने काम किए। उन्होंने कार्यकर्ताओं को एक-एक वोट की कीमत समझाई।
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