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करनाल। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार अब लावारिस कुत्तों को आश्रय मिल सकेगा। नगर निगम ने चार जगहों पर आश्रय स्थल बनाने का फैसला किया है। तीन जगह फाइनल कर दी गई हैं। चौथी जगह की तलाश की जा रही है। लावारिस कुत्तों को नसंबदी के बाद इन आश्रयों में छोड़ा जाएगा। इन स्थलों में कुत्तों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं होंगी।
अब भी शहर में करीब 20 हजार लावारिस कुत्ते सड़कों पर घूम रहे हैं। इनको अब तक पकड़ा नहीं जा सका है। इनमें से निगम अब तक करीब 3300 कुत्तों की नसबंदी करवा चुका है।
अधिकारियों का कहना है कि वे कुत्तों को पकड़कर नसबंदी करवा वापस छोड़ देते हैं। नसबंदी करने वाली जगह पर भी ज्यादा कुत्तों को आश्रय नहीं दिया जा सकता। इसी वजह से इनकी तादाद ज्यादा दिखती थी। अब इनको पकड़कर आश्रय स्थलों में छोड़ा जाएगा।
सोमवार को भी आवारा कुत्तों के काटने के 25 केस सामने आए। ये लोग जिला नागरिक अस्पताल में एआरवी का इंजेक्शन लगवाने पहुंचे। शहर के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, जिला नागरिक अस्पताल और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर आवारा कुत्तों का जमावड़ा रहता है।
सोमवार को भी ऐसा ही था। अब तक इन स्थानों से लावारिस कुत्तों को हटाया नहीं किया गया है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर हर वक्त सैकड़ों लोगों की भीड़ रहती है। यहीं पर ज्यादातर लोगों को कुत्ते काटते हैं। सोमवार को जिला नागरिक अस्पताल में एआरवी लगवाने पहुंचे लोगों में से अधिकांश ने बताया कि उनको रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर कुत्ते ने काटा। शहर की तकरीबन हर सड़क, सभी वार्डों और कॉलोनियों में आवारा कुत्तों को खुलेआम घूमते देखा जा सकता है।
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Karnal News: शहर में बनेंगे चार आश्रय स्थल
नसबंदी के बाद रखे जाएंगे कुत्ते

