“_id”:”66ee36c924eea4bc950ddb54″,”slug”:”distance-of-women-candidates-from-the-electoral-arena-in-the-city-ambala-news-c-36-1-amb1002-129939-2024-09-21″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Haryana: अंबाला में चुनावी अखाड़े से महिला उम्मीदवारों की दूरी, आखिरी बार 2009 में चरणजीत कौर थीं मैदान में”,”category”:”title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”
अंबाला सिटी सीट पर आखिरी बार वर्ष 2009 में चरणजीत कौर चुनाव लड़ीं थी। इसके बाद कोई महिला चुनाव लड़ने को आगे नहीं आईं। जिले के दूसरे विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो नारायणगढ़ में कुल सात उम्मीदवारों में से तीन महिला उम्मीदवार हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव – फोटो : संवाद
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अंबाला जिले में अंबाला शहर सीट कभी महिला उम्मीदवारों के लिए चुनावी अखाड़ा हुआ करती थी मगर अब इस यहां से महिला उम्मीदवार गायब हैं। पिछले दो विधानसभा चुनावों से तो एक भी महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतरी थी मगर इस बार भी कोई महिला उम्मीदवार मैदान में नहीं है।
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ऐसा नहीं है कि महिलाओं ने इस सीट पर नामांकन नहीं किए बल्कि उन्होंने मुख्य प्रत्याशियों के कवरिंग उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया था। इससे छंटनी के समय सभी फार्म रद्द कर दिए है। ऐसी स्थिति तब है जब यहां से तीन बार महिलाएं ही विधायक चुनी गईं हैं। वर्ष 1967 से वर्तमान तक अंबाला सिटी में 13 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। इसमें वर्ष 1968 और 1972 में दो बार लेखवती जैन शहर से विधायक बनी थीं। इसके बाद वर्ष 2000 में भाजपा की टिकट पर वीना छिब्बर विधायक चुनी गईं।
शहर सीट पर आखिरी बार वर्ष 2009 में चरणजीत कौर चुनाव लड़ीं थी। इसके बाद कोई महिला चुनाव लड़ने को आगे नहीं आईं। जिले के दूसरे विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो नारायणगढ़ में कुल सात उम्मीदवारों में से तीन महिला उम्मीदवार हैं। यहां कांग्रेस ने महिला को उतारा है। इसी प्रकार मुलाना आरक्षित विधानसभा क्षेत्र में 10 उम्मीदवारों में से दो महिला उम्मीदवार हैं। यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों ने महिलाओं को मैदान में उतारा है। इसी प्रकार अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र में भी दो महिलाएं चुनाव लड़ रहीं हैं।