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बच्चों को ज्यादा नींद इसलिए चाहिए क्योंकि उनका दिमाग और शरीर तेजी से बढ़ता है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, दिमाग मेच्योर होता जाता है और नींद की जरूरत घटती जाती है. वयस्कों के लिए नींद का काम होता है दिमाग को रीचार्ज करना, थकान मिटाना और इमोश्नल संतुलन बनाए रखना.

माता-पिता और केयरगिवर्स बच्चों की नींद पूरी कराने में मदद कर सकते हैं. इसके लिए सोने का तय समय रखें, स्क्रीन टाइम घटाएं और कमरे का माहौल शांत रखें. खासकर किशोरों को यह समझाना जरूरी है कि नींद भी पढ़ाई जितनी ही जरूरी है.

कम नींद के असर तुरंत दिखते हैं. इसमें ध्यान भटकना, मूड खराब रहना, इम्यूनिटी कमजोर होना शामिल है. लंबे समय में इससे हार्ट रोग, मोटापा, डायबिटीज और डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है.

इसके साथ ही कैफीन या हैवी मील रात में लेने से बचें. थोड़ी-सी लाइफस्टाइल में बदलाव आपकी नींद की गुणवत्ता को बहुत हद तक सुधार सकती है. दिन में थोड़ी फिजिकल एक्टिविटी भी जरूरी है ताकि रात में नींद जल्दी आए.
Published at : 07 Nov 2025 08:02 AM (IST)
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