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- Pt. Vijayshankar Mehta’s Column Respect Time, Time Will Respect You A Lot
पं. विजयशंकर मेहता
आजकल कोई भी काम करने जाओ, दबाव जरूर बनेगा। लेकिन दबाव तनाव में ना बदल जाए, यह जिम्मेदारी हमारी होनी चाहिए। क्योंकि हर काम में हमारे साथ और भी व्यक्ति होते हैं, परिस्थिति होती है, जिस पर आपका नियंत्रण नहीं।
आजकल जिससे मिलो, वो यह कहता हुआ दिखेगा कि काम करने वाले लोग मिलते ही नहीं। सरकारें पैसा बांट रही हैं, लेकिन पुरुषार्थ भी बांटना चाहिए। ये बात सरकार को जब समझ में आएगी, तब आएगी। हम पुरुषार्थ कैसे बांट सकते हैं, यह देखना पड़ेगा।
जब भी कोई काम करने जाएं, उसकी समय-सीमा- जिसको डेडलाइन कहते हैं- तय करें। श्रीराम की सफलता के पीछे डेडलाइन थी 14 वर्ष की। यह केवल मंथरा या कैकेयी के मुंह से निकला हुआ समय का आंकड़ा नहीं था।
यह राम के लिए डेडलाइन थी कि मुझे 14 वर्ष में राजकुमार से लोकनायक तक की यात्रा करनी है। मनुष्य का मस्तिष्क प्रेशर अर्जेंसी में- आवश्यक दबाव में बहुत अच्छे से सक्रिय होता है और परिणाम देता है। जो भी काम करें, समयबद्ध होकर करें। समय का मान करें, समय आपका सम्मान करेगा।
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पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम: समय का मान करिए, समय आपका खूब सम्मान करेगा
