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डिजिटल अरेस्ट कर ठगने वाले गिरफ्तार।
चंडीगढ़ की महिला को डिजिटल अरेस्ट कर उससे 15 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपियों को साइबर सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों की पहचान राजस्थान के रहने वाले पूनम चंद और जय प्रकाश के रूप में हुई है। चंडीगढ़ पुलिस की टीम ने राजस्थान के
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जांच में यह भी सामने आया कि उनके बैंक खातों का उपयोग कई अन्य साइबर ठगी मामलों में भी किया गया है। इन आरोपियों को डीएसपी ए. वेंकटेश की सुपरविजन में थाना साइबर सेल प्रभारी इंस्पेक्टर इरम रिजवी की अगुआई में टीम ने पकड़ा है। थाना साइबर क्राइम, यूटी चंडीगढ़ में भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 308, 318(4), 319(2), 338, 336(3), 340(2) व 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
नारकोटिक्स विभाग का अफसर बन ठगी
साइबर सेल को दी शिकायत में सुनीता ने बताया कि उसके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने खुद को पहले नारकोटिक्स विभाग का बड़ा अफसर बताया और फिर खुद को कूरियर कंपनी का प्रतिनिधि बताया। उसने कहा कि उसका नाम नशे के एक केस में आया है और उसकी वेरिफिकेशन के लिए उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर मिला है।
नशे की बात सुनकर सुनीता डर गई और खुद को निर्दोष साबित करने के प्रयास में बात करती रही, जिसके बाद आरोपियों ने पैसों की डिमांड करते हुए उससे ₹15 लाख की ठगी कर ली।
इन बैंकों में ट्रांसफर हुए पैसे
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ठगी की रकम इंडसइंड बैंक, यूको बैंक और बाद में बंधन बैंक के खातों में ट्रांसफर की गई थी, जो आरोपियों के नाम पर थे। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपने बैंक खातों के किट (चेकबुक, एटीएम कार्ड, पासबुक आदि) तीसरे व्यक्तियों को पैसे और कमीशन के बदले बेच दिए थे।
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चंडीगढ़ में डिजिटल अरेस्ट करके 15 लाख की ठगी: 2 गिरफ्तार, बैंक खातों के जरिए साइबर फ्रॉड, राजस्थान से दबोचे गए – Chandigarh News
