[ad_1]
फतेहाबाद। देवउठनी एकादशी के अवसर पर जिले भर में रविवार को जमकर शहनाइयां बजी। पूरा दिन व रात तक सभी धर्मशालाओं, बैंक्वेट हॉल, मेरिज पैलेस व सरकारी सामुदायिक केंद्र में विवाह समारोह हुए।
एक अनुमान के मुताबिक जिले में करीब 300 से अधिक जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। शनिवार रात व रविवार सुबह से लेकर रात भर जिले में शादियों की धूम रही। शहर और गांव की गली, काॅलोनी और मोहल्लों में मंगलगीत गूंजते रहे। हर जगह लडियां, डीजे, ढोल और शमियाने लगे हुए थे। देर रात तक बैंड-नगाड़ों और बाजों की तेज धुन बजती रही। शहर के सभी होटल भी बुक रहे। रविवार को पूरा दिन फूल की दुकानों पर गाड़ियां सजने के लिए पहुंची।
शहर के सभी ब्यूटी पार्लर व सैलून पर दुल्हा व दुल्हन दोनों के तैयार होने को लेकर काफी भीड़ रही। शहर की चार मरला कॉलोनी में स्थित एक ब्यूटी पार्लर के संचालक राशिद सलमानी ने बताया कि सुबह से शाम तक शादी समारोह में जाने के लिए लोग तैयार हाेने के लिए पहुंचे, वहीं दुल्हा व दुल्हन भी तैयार होने के लिए पहुंचे। दुल्हन अपने लहंगा के हिसाब से मेकअप करवा रही हैं।
नवंबर माह में 13 तो दिसंबर में 3 दिन रहेगी शादियों की धूम
पंडित जयवीर शर्मा के अनुसार नवंबर और दिसंबर माह में कुछ ऐसे विशेष दिन है जो विवाह के लिए अत्यंत शुभ माने गए हैं। देवउठनी एकादशी के बाद नवंबर माह में काफी दिन विवाह के लिए बेहद अनुकूल रहेंगे। नवंबर माह कुल 13 शुभ तिथियां मिल रही है, जिन पर विवाह करना अत्यंत शुभ माना गया है। नवंबर माह में एक नवंबर के बाद 2, 3, 5, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22. 23. 25 व 30 नवंबर के दिन शुभ है। नवंबर की तुलना में दिसंबर महीने में विवाह के लिए कम मुहूर्त उपलब्ध होगे। पंचांग के अनुसार दिसंबर में केवल 3 शुभ तिथियां विवाह के लिए शुभ रहेगी, इनमें 4, 5 व 6 दिसंबर शामिल है।
बाल विवाह रोकने के लिए प्रशासन ने पूरे जिले में की निगरानी
देवउठनी एकादशी पर हर बार की तरह इस बार भी जिला प्रशासन ने बाल विवाह रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी रेखा अग्रवाल ने बताया कि जिले के सभी खंड़ों में चाइल्ड मैरिज प्रीवेशन कमेटियां गठित की गई हैं। टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी सूचना पर तुरंत मौके पर पहुंचे और विवाह रुकवाएं। पुलिस ने देवउठनी के मौके पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है। पुलिस की टीमें बारात मार्गों, विवाह स्थलों और मुख्य चौक-चौराहों पर तैनात की गई हैं। थाना और चौकी स्तर पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि अव्यवस्था न हो।
जिले में शनिवार व रविवार को देव उठनी एकादशी के दिन काफी विवाह हुए हैं। समाचार भेजे जाने तक कोई भी बाल विवाह के होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई। अगर किसी को लगता है कि बाल विवाह हो रहा है या हो चुका है तो सूचना दें। गलत सूचना देने वाले पर कार्रवाई होगी।
– रेखा अग्रवाल, महिला संरक्षण बाल विवाह निषेध अधिकारी, फतेहाबाद।
[ad_2]


